झारखंड में कई बार उन्माद फैला चुका है पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया
झारखंड में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर राज्य सरकार ने एक बार फिर से प्रतिबंध लगा दिया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) को सरकार ने एक बार फिर प्रतिबंधित कर दिया है। सरकार की गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी। इसे अपराध विधि संशोधन अधिनियम 1908 की धारा 16 के अंतर्गत अधिसूचना की तिथि से अवैध घोषित किया गया है। यह वही संगठन है, जिसे गत वर्ष 21 फरवरी 2018 को झारखंड सरकार ने प्रतिबंधित किया था। इस प्रतिबंध के खिलाफ यह संस्था हाई कोर्ट में शिकायत की थी, जहां सरकार के तर्क टिक नहीं पाए थे और 27 अगस्त 2018 पीएफआइ संगठन प्रतिबंध मुक्त हो गया था।
एक बार फिर सरकार ने पुख्ता तर्को के साथ तथा पुरानी कमियों को सुधारते हुए इस संस्था को पुन: प्रतिबंधित किया है। तर्क दिया है कि इस संगठन से देश की आतंरिक सुरक्षा को खतरा है। इससे राज्य/देश की शांति तथा सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। आइएसआइएस व जमात-उल- मुजाहिदीन आतंकी समूहों से है कनेक्शन गृह विभाग से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि झारखंड पुलिस की रिपोर्ट में यह जिक्र है कि पीएफआइ झारखंड के साथ-साथ पूरे राष्ट्र के लिए खतरा है।
यह संगठन विशेषकर केरल, असम, पश्चिम बंगाल, बिहार में भी ¨हसा, भयादोहन, सांप्रदायिक उन्माद व भारत विरोधी एवं पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करता है। इसका आइएसआइएस व जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश नामक आतंकी समूहों से संबंध है। इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो यह अपनी गैर कानूनी व विधि विरुद्ध गतिविधियों से विधि-व्यवस्था व लोक शांति के लिए खतरा उत्पन्न करेगा।
प्रतिबंधित करने के लिए इनको बनाया आधार - विधि-व्यवस्था एवं लोक शांति भंग करना। - सांप्रदायिक विद्वेष व कट्टरपंथ को बढ़ावा देना। - राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होना। - अन्य आतंकी संगठनों के साथ संबंध रखना। राज्य व देश में पीएफआइ पर दर्ज कुछ प्रमुख मामले - पांच जुलाई 2017 : पीएफआइ के प्रदेश अध्यक्ष हेंजला शेख के नेतृत्व में 400 खास समुदाय के लोगों ने आक्रोश रैली निकाली। पाकुड़ नगर थाने के सामने बिना पूर्व सूचना के सड़क जाम किया। पुलिस बल से उलझे, पुलिस पर पथराव किया। इसमें एसडीपीओ सहित कई चोटिल हुए। इस मामले में पीएफआइ के 43 समर्थक न्यायिक हिरासत में भेजे गए थे।
- 15 सितंबर 2016 : साहिबगंज जिले के बरहेट थाना क्षेत्र के भोगनाडीह में शहीद सिद्धो-कान्हू की प्रतिमा पर थूका, मूर्ति का हाथ तोड़ा। - 16 जुलाई 2016 : साहिबगंज के रांगा थाना क्षेत्र के पतना चौक पर इस्लामिक धर्म प्रचारक डॉ. जाकिर नाईक के समर्थन में जुलूस निकाला। पाकिस्तान जिंदाबाद व ¨हदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये। - वर्ष 2016 में कुर्बानी के लिए जामताड़ा में प्रतिबंधित पशु का वितरण किया। - 02 फरवरी 2018 : पश्चिम बंगाल के कालियाचक, फरक्का, मालदा आदि जिलों में गिरफ्तार आतंकियों का संबंध पीएफआइ से मिला। - 06 दिसंबर 2018 : दरभंगा के लहेरिया सराय में पीएफआइ की राजनीतिक इकाई सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने भारत विरोधी नारे लगाये। - 03 जनवरी 2016 : पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित कालियाचक में थाने में तोड़फोड़ के बाद आग लगाई।