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राज्यसभा चुनावः झारखंड में भाजपा व कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती, क्रॉस वोटिंग में झाविमो विधायक प्रकाश राम सस्पेंड

झारखंड में राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने वाले झाविमो विधायक प्रकाश राम को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 10:32 AM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 08:40 PM (IST)
राज्यसभा चुनावः झारखंड में भाजपा व कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती, क्रॉस वोटिंग में झाविमो विधायक प्रकाश राम सस्पेंड
राज्यसभा चुनावः झारखंड में भाजपा व कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती, क्रॉस वोटिंग में झाविमो विधायक प्रकाश राम सस्पेंड

रांची, जेएनएन। झारखंड में राज्यसभा की दो सीटोंं में से एक पर भाजपा और दूसरी पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। भाजपा प्रत्याशी समीर उरांव को 27 वोट मिले हैं। कांगेस के धीरज साहू को 26 वोट मिले, जबकि भाजपा के प्रदीप सोनथालिया को 25.99 वोट मिले। धीरज .01 वोटों से जीत गए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कांग्रेस की जीत की पुष्टि की। इस बीच, भाजपा ने इस संबंध में आपत्ति दर्ज कराई है। आधिकारिक घोषणा में देरी हो सकती है।

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दोनों सीटों पर सभी 80 विधायकों ने मतदान किया। झाविमो और माकपा माले के विधायक प्रकाश राम पर क्रॉस वोटिंग कर भाजपा के पक्ष में मतदान करने का आरोप है। झाविमो ने अपने एक विधायक पर क्रास वोटिंग का आरोप लगाकर उनका वोट रद करने की भी मांग की है। इस बीच, भाजपा के पक्ष में क्रास वोटिंग करने वाले झाविमो विधायक प्रकाश राम को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया है।झाविमो के आब्जेक्शन पर केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने काउंटिंग फिलहाल रोकने को कहा। देर शाम चुनाव आयोग ने दी अनुमति के बाद मतगणना शुरू हुई थी। 

झारखंड विकास मोर्चा के विधायक प्रकाश राम ने मतदान के दौरान पोलिंग एजेंट बंधु तिर्की को बैलेट पेपर दिखाए बिना मतदान कर दिया। इसके बाद झारखंड विकास मोर्चा ने उन पर क्रास वोटिंग का आरोप लगा कर चुनाव आयोग से उनके वोट को रद करने की मांग की है। राम पर पिछले चुनाव में भी क्रास वोटिंग का आरोप लगा था। कांग्रेस के प्रत्याशी धीरज साहू ने जीत पक्की होने का दावा किया है। बंधु तिर्की ने क्रॉस वोटिंग होने का आरोप लगाया।

उधर, माकपा माले विधायक राजकुमार यादव कल रात तक विपक्षी गठबंधन के पक्ष में वोट डालने का दावा करते रहे लेकिन आज दिन में उन पर भी विपक्ष ने क्रास वोटिंग कर भाजपा के पक्ष में मतदान करने का आरोप लगाया है। मौजूदा चुनावी समीकरण में बिना क्रास वोटिंग के भाजपा के दो प्रत्याशी की जीत संभव नहीं है।

जानें, किसने क्या कहा

उम्मीद पर दुनिया कायम : मुख्यमंत्री 

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपना वोट डालने के बाद इस बारे में पूछने पर कहा कि उम्मीद पर दुनिया कायम है।

क्रास वोटिंग का अंदेशा था : धीरज साहू

राज्यसभा चुनाव के लिए विपक्ष के साझा तथा कांग्रेस उम्मीदवार धीरज साहू ने कहा कि उन्हें पहले से इस खेल का अंदेशा था। भाजपा ने क्रास वोटिंग कराया है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि भाजपा के तमाम हथकंडे के बावजूद उनकी जीत पक्की है।

कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू ने किया जीत का दावा

कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू ने कहा कि भाजपा के इस खेल की अंदेशा उन्हें थी। भाजपा ने क्रॉस वोटिंग कराया। हालांकि उन्होंने जीत के लिए 27 का आंकड़ा छू लेने का दावा भी किया।

विपक्षी एकता को देंगे मजबूतीः शिवपूजन मेहता

बसपा विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता कांग्रेस नेताओं के साथ मतदान करने पहुंचे। कहा, विपक्षी एकता को देंगे मजबूती। कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मायावती के आदेश पर कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू को वोट दिया। हालांकि पार्टी का एजेंट नहीं होने से अपना वोट किसी को नहीं दिखाया।

शिवपूजन मेहता को लेकर लगती रहीं अटकलें
राज्य में मायावती की पार्टी बसपा के एकमात्र विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता को लेकर लगातार अटकलें लगती रहीं। अपराह्न एक बजे तक वे अपना वोट डालने विधानसभा नहीं पहुंचे थे। उस समय तक भाजपा के विधायक अनंत ओझा को छोड़कर सभी विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था। इसे लेकर वहां तरह-तरह की बातें होने लगीं। थोड़ी देर के लिए विपक्ष के नेताओं में भी बौखलाहट दिखी। हालांकि लगभग सवा एक बजे शिवपूजन मेहता कांग्रेस के प्रत्याशी धीरज साहू तथा अन्य नेताओं के साथ विधानसभा मतदान करने पहुंचे। मतदान से पूर्व उन्होंने विपक्षी एकता को मजबूती देने की बात कही।

वोट देने के बाद भी उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख मायावती के आदेश पर उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट दिया। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अपना वोट किसी को दिखाया था या नहीं, उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से कोई एजेंट खड़ा नहीं किया गया था। उन्होंने स्वयं एक एजेंट मनोनीत किया था जिसे स्वीकार नहीं किया गया। उनके अनुसार, यदि वे अपना वोट किसी दूसरे दल के एजेंट को दिखाते तो वह रद हो जाता। सबसे अंत में वोट देने पहुंचने के सवाल पर कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते कई और भी काम होते हैं और निर्धारित समय से काफी पहले वोट करने पहुंचे हैं। बता दें कि जून 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव में भी कुशवाहा ने विधानसभा पहुंचने के बाद भी काफी देर से वोट डाला था। इसे लेकर उस समय भी कई बातें राजनीतिक गलियारे में सुनी जा रही थीं। 

वोट देकर धनबाद लौटे विधायक संजीव

पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपित विधायक संजीव सिंह को राज्य सभा में वोटिंग के लिए धनबाद जेल से रांची भेजा गया था। इसके लिए सुबह सात बजे के करीब दर्जनों की संख्या में जिले के पुलिसकर्मी कड़ी सुरक्षा के बीच संजीव सिंह को लेकर रांची गए। दो बुलेटप्रूफ वाहन तथा एक बुलेटप्रूफ ब्रज वाहन भी विधायक की सुरक्षा काफिला में शामिल था। धनबाद से लेकर बोकारो तक जितने भी थाना थे सभी थाना की पेट्रोलिंग टीम को विधायक की सुरक्षा में लगाया गया था। बैंकमोड़, केंदुआडीह, पुटकी, महुदा समेत कई थाने की पुलिस विधायक के काफिले को आते-जाते स्कार्ट किया। शाम साढ़े पांच बजे के करीब विधायक का काफिया रांची से धनबाद जेल पहुंचा।
 

इन्होंने किया मतदान

विधानसभा में 80 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

ये हैं प्रत्याशी

राज्यसभा के लिए खाली हो रही दो सीटों के लिए भाजपा से समीर उरांव तथा प्रदीप सोनथालिया ने नामांकन दाखिल किया था। भाजपा को आजसू का भी समर्थन प्राप्त है।

भाजपा ने दो और कांग्रेस ने एक उम्मीदवार घोषित किया था। संख्या बल के लिहाज भाजपा और कांग्रेस को एक-एक सीट मिल सकती है लेकिन भाजपा ने दूसरा उम्मीदवार देकर चुनाव को रोचक बना दिया है। पिछली बार कुछ इसी समीकरण में हुए चुनाव में भाजपा ने दोनों सीटें हथिया ली थीं।

वहीं, विपक्षी पार्टियों ने कांग्रेस के धीरज साहू को साझा प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है। सत्तापक्ष तथा विपक्ष ने गुरुवार को विधायक दल की बैठक कर अपनी-अपनी रणनीति को अंतिम रूप दिया। जीत सुनिश्चित करने के लिए देर रात तक सत्ता पक्ष व विपक्ष का मंथन चलता रहा। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी जीत के दावे पेश किए हैं। इधर, निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है। झामुमो के संजीव कुमार तथा कांग्रेस के प्रदीप बलमुचू की सीटें 3 मई को रिक्त हो रही हैं।

यह भी जानिए

- 2012 में रद हो चुका है झारखंड में राज्यसभा का चुनाव परिणाम। झारखंड में विवादों में रहा है राज्यसभा चुनाव।

- एक प्रत्याशी के करीबी के पास 2012 में मिली थी भारी नकदी।

-शिकायतें सही पाए जाने के बाद परिणाम कर दिया गया था रद।

- लेनदेन को लेकर हो चुका है स्टिंग आपरेशन। चल रही है जांच।

-दो मामलों की चल रही है सीबीआइ जांच। डेढ़ दर्जन से ज्यादा पूर्व विधायकों पर आरोप।

जानें, कैसे होगी जीत

- एक प्रत्याशी को प्रथम वरीयता के चाहिए 27 वोट। भाजपा और सहयोगी दलों के विधायकों की संख्या है 47। दो अन्य का भी समर्थन। पहली सीट पक्की, दूसरी सीट जीतने के लिए विपक्षी वोटों में बिखराव एकमात्र सहारा।

-कांग्रेस के प्रत्याशी को अपनी पार्टी के सात, झामुमो के 18 और झाविमो के दो विधायकों का समर्थन। इस लिहाज से प्रथम वरीयता के 27 वोट सुरक्षित। इसके अलावा भाकपा (माले) और बसपा के एक-एक विधायक का भी समर्थन।

झारखंड विधानसभा की दलीय स्थिति

भाजपा : 43

झामुमो : 18

कांग्रेस : 7

आजसू : 4

झाविमो : 2

मासस : 1

भाकपा माले : 1

बसपा : 1

नौजवान संघर्ष मोर्चा : 1

जय भारत समानता पार्टी : 1

झापा : 1


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