गोड्डा में अडानी पावर प्लांट पर राजनीति, जबरन जमीन अधिग्रहण का आरोप
युवा कांग्रेस ने एलान किया है कि संगठन के कार्यकर्ता पावर प्लांट को लेकर जमीन अधिग्रहण के विरोध में गोड्डा में कैंप करेंगे।
राज्य ब्यूरो, रांची। गोड्डा में अडानी पावर प्लांट पर राजनीति एक बार फिर जोर पकड़ रही है। कुछ माह पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस मसले पर विरोध दर्ज कराया था। इसे लेकर तनातनी भी हुई थी। अब अपने दल की युवा शाखा को आगे कर कांग्रेस इस मामले पर लीड लेना चाहती है। युवा कांग्रेस ने एलान किया है कि संगठन के कार्यकर्ता पावर प्लांट को लेकर जमीन अधिग्रहण के विरोध में गोड्डा में कैंप करेंगे। गुरुवार से ही कार्यकर्ताओं के गोड्डा जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। सात सितंबर को संगठन का धरना-प्रदर्शन आरंभ होगा।
कांग्रेस ने भले ही इस मुहिम पर अपनी युवा शाखा को लगाया है लेकिन उसे पीछे से पार्टी की तमाम इकाईयां बैकअप देगी। कोशिश इस स्तर पर होगी कि गोड्डा में बड़ा जुटान हो। इसमें संगठन से जुड़े जनप्रतिनिधियों की भी हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि प्रभावित पक्ष की सहानुभूति पार्टी को मिल सके।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमार गौरव के मुताबिक धरना सांकेतिक होगा। इसके माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश होगी कि सरकार बड़े पैमाने पर किसानों की जमीन छीनना चाहती है। सरकार की कारपोरेट परस्त नीति का खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है। किसानों की फसलें रौंदने का भी आरोप उन्होंने लगाया। कहा, ऐसी प्रवृति का विरोध करने का निर्देश पार्टी स्तर से मिला है। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता पूरे दमखम के साथ गोड्डा कूच करेंगे।
1600 मेगावाट क्षमता का लगना है पावर प्लांट
गोड्डा में अडानी पावर 1600 मेगावाट क्षमता का पावर प्लांट लगा रहा है। प्लांट के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण भी लगभग पूरा हो चुका है। इस प्लांट के जरिए बांग्लादेश को बिजली दी जाएगी जबकि रियायती दर पर राज्य सरकार को भी बिजली मिलेगी। अडानी पावर ने बांग्लादेश सरकार से वर्ष 2010 में इस बाबत करार किया था। अडानी पावर ने जबरन भूमि अधिग्रहण से हमेशा इन्कार किया है। कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक कुछ अवांछित तत्व ऐसा भ्रम फैला रहे हैं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारियों की देखरेख में प्लांट के लिए आवश्यक काम हो रहे हैं।