Jharkhand: जातिगत जनगणना पर राजनीति तेज, मानसून सत्र में हो सकती है चर्चा
Jharkhand News Political Updates झामुमो विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि जातिगत जनगणना से जातियों की सही संख्या पता चलेगी। कांग्रेस और राजद ने भी राज्य में जातिगत जनगणना की वकालत की है। आजसू ने भी इस संबंध में पीएम को पत्र लिखा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। जातिगत जनगणना के पक्ष में झारखंड में भी राजनीति दिनोंदिन तेज हो रही है। बुधवार को सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने जातिगत जनगणना की तरफदारी की। उन्होंने कहा कि वह इस मसले पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायकों से विमर्श करेंगे। कोशिश होगी कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान इस अहम विषय पर चर्चा कराई जाए।
मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि राज्य में जातिगत जनगणना होनी चाहिए। इससे विभिन्न जातियों की सही संख्या का पता लग सकेगा। कांग्रेस और राजद ने भी राज्य में जातिगत जनगणना की वकालत की है। आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। राजद ने विधानसभा में जातिगत जनगणना के पक्ष में प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजने की मांग उठाई है।
प्रदेश जदयू ने भी उठाई मांग
झारखंड प्रदेश जदयू ने भी केंद्र सरकार से जातीय जनगणना की मांग करते हुए कहा है कि इससे देश एवं राज्यों में सभी वर्ग के लोगों की वास्तविक स्थिति का पता चलेगा। पार्टी के प्रदेश संयोजक श्रवण कुमार ने बुधवार को पार्टी कार्यालय में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि जातीय जनगणना होने से विकास की योजनाएं बनाने में भी सुविधा होगी।
उन्होंने राज्य सरकार से भी सर्वदलीय बैठक कर तथा विधानसभा की विशेष बैठक कर प्रस्ताव पारित करते हुए केंद्र को भेजने की मांग की है। जदयू ने जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध किया है। प्रदेश संयोजक के अनुसार जनसंख्या रोकने में यह कानून कारगर नहीं होगा। लोगों को शिक्षित एवं जागरूक करने से ही जनसंख्या नियंत्रण होगा। श्रवण कुमार के अनुसार इन सभी मांगों को लेकर शीघ्र ही प्रदेश पार्टी के नेता राज्यपाल से मुलाकात करेंगे।