KYC के नाम पर फांसा... इस बार सरकारी हाकिम के 10 लाख ले उड़े जामताड़ा के ठग...
Jamtara Cyber Crime दस लाख रुपये की ठगी मामले में पुलिस टीम जामताड़ा में छापेमारी कर रही है। ठगों ने रांची में रहने वाले एक सेवानिवृत्त अवर सचिव के खाते से केवाइसी के नाम पर ओटीपी भेजकर 10 लाख रुपये निकाल लिए।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jamtara Cyber Crime: इस बार बड़े हाकिम के 10 लाख ले उड़े जामताड़ा के ठग...रांची में एक सेवानिवृत्त अवर सचिव से 10 लाख रुपये की ठगी के मामले में साइबर थाने की पुलिस की टीम जामताड़ा में छापेमारी कर रही है। सूचना है कि टीम को इस केस से संबंधित मोबाइल व कुछ सामग्री हाथ लगे हैं। शीघ्र ही इस केस के खुलासे की उम्मीद जताई जा रही है।
हालांकि, इस मामले में पुलिस फिलहाल कुछ भी बताने से परहेज कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार अपराधियों ने सेवानिवृत्त अवर सचिव को फोन कर झांसे में लिया और केवाइसी (नो योर कस्टमर) अपडेट करने के नाम पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) भेजकर उनके खाते से विभिन्न किस्तों में दस लाख रुपये की निकासी कर ली थी। इसके बाद साइबर थाना रांची में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
बिना हेलमेट के कोडरमा व गढ़वा में धरे गए सर्वाधिक बाइक सवार
डीजीपी एमवी राव के आदेश पर गुरुवार को पूरे राज्य में दिन में साढ़े ग्यारह बजे से दो बजे तक वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान पूरे राज्य में कुल 26,975 मोटरसाइकिलों की जांच की गई। जांच के दौरान कागजात दुरुस्त नहीं रहने के चलते 453 मोटरसाइकिलें जब्त की गईं। बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चलाने वालों में सबसे ज्यादा कोडरमा में 133 व गढ़वा में 123 वाहन चालक पकड़े गए। इसी तरह रांची में 18, लोहरदगा में 11, रामगढ़ में 69, गिरिडीह में 46, धनबाद में 64 वाहन चालक बिना हेलमेट के पकड़े गए।
पूरे राज्य में बिना हेलमेट के वाहन चलाने वाले 494 वाहन चालकों से पुलिस ने चार लाख 60 हजार रुपये का जुर्माना भी वसूला है। बिना लाइसेंस के 25 वाहन चालक पकड़े गए हैं, जिनसे एक लाख पांच हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया है। बिना मास्क के 169 वाहन चालक पकड़े गए, जिनसे 96 हजार 500 रुपये का जुर्माना वसूला गया। पूरे राज्य में अन्य मामलों में कुल तीन लाख 42 हजार 300 रुपये के जुर्माने की वसूली की गई है।
गुमला व सिमडेगा की सात किशोरियां दिल्ली से मुक्त, तीन मानव तस्कर गिरफ्तार
दिल्ली में निहाल विहार थाना क्षेत्र में संचालित एक प्लेसमेंट एजेंसी से गुमला और सिमडेगा की सात किशोरियों को बुधवार को मुक्त कराया गया। साथ ही प्लेसमेंट एजेंसी के संचालक समेत तीन युवकों को पुलिस ने मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तीनों मानव तस्कर गुमला क्षेत्र के ही रहने वाले हैं। इनमें रामविनय साहु, राजकुमार साहु और एक अन्य शामिल है।
जानकारी के अनुसार रामविनय साहु गुमला की छह और सिमडेगा की एक किशोरी को अच्छी नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर दिल्ली ले गया था। रामविनय सभी को अपनी प्लसेमेंट एजेंसी में रखे हुए था और घरेलू काम करने का दबाव बना रहा था। किशोरियों ने जब इसका विरोध किया, उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया।
बताया गया कि इनमें से एक किशोरी वहां से किसी तरह भाग निकली और रेस्क्यू फाउंडेशन के एक अधिकारी के संपर्क में आई। किशोरी ने पूरी घटनाक्रम की जानकारी उसे दी। इसके बाद रेस्क्यू फाउंडेशन के अधिकारी ने निहाल विहार थाना को इस घटना से अवगत कराया। इसके बाद निहाल विहार थाने की पुलिस ने रेस्क्यू टीम का गठन कर संबंधित किशोरियों को मुक्त कराया। किशोरियों को अभी दिल्ली में ही रखा गया है। रेस्क्यू फाउंडेशन ने गुमला सीडब्ल्यूसी को इसकी सूचना दी है। नाम व पता का सत्यापन कराने के बाद किशोरियों को झारखंड लाया जाएगा।