पलामू में पुलिस ने बरामद की अवैध शराब, कारोबारी फरार Palamu News
Jharkhand Palamu News पलामू जिले की रेहला पुलिस ने अवैध शराब कारोबारी के घर छापेमारी कर शराब बरामद किया। कारोबारी की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। इस क्षेत्र में शराब की भट्ठियां अवैध रूप से संचालित हो रही हैं।
विश्रामपुर (पलामू), जासं। पुलिस ने पलामू जिले के रेहला थाना क्षेत्र के रक्षा गांव निवासी प्रमुख चौधरी के घर से अवैध रूप से बिक्री करने के लिए रखा हुआ शराब बरामद किया है। रेहला पुलिस देसी विदेशी शराब व बीयर की बोतलें जब्त कर थाना ले गई। साथ ही अवैध शराब के कारोबारी प्रमुख चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर लगातार अभियान चला रही है। इसकी जानकारी देते हुए रेहला थाना प्रभारी भगवान सिंह ने बताया कि शनिवार को गुप्त सूचना के आलोक में कार्रवाई की गई।
साथ ही कारोबारी के घर में बिक्री के लिए रखे गए शराब व बीयर की बोतलें भी बरामद की गई। इस मामले में 273/290 भादवी व उत्पाद अधिनियम 47ए के तहत प्राथमिकी भी दर्ज की गई। इसकी कांड संख्या 1/21 है। थाना प्रभारी ने कहा कि लोग कार्य पद्धति में बदलाव लाएं। किसी भी स्थिति में अवैध शराब की बिक्री के कारोबार को संचालित नहीं होने दिया जाएगा। छापामारी अभियान में एसआइ गुलशन गौरव, राजेश कुमार गोप, विजय कुमार, विक्की कुमार शामिल थे।
क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित हो रही शराब भट्ठियां
विश्रामपुर व नावाबाजार थाना क्षेत्र में अवैध शराब की कई भट्ठियां संचालित हो रही हैं। इन दिनों अवैध शराब भट्ठियों का कारोबार क्षेत्र में तेजी से फल-फूल रहा है। पुलिस की ओर से अभियान चलाकर इसे नष्ट किया जाता है। लेकिन ठीक दूसरे दिन यह फिर स्थापित हो जाता है। ऐसी ही कई भट्ठियां थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव में स्थापित हैं। यहां शाम होते ही लोगों का जमावड़ा लग जाता है। विश्रामपुर थाना के लालगढ़, पंजरी, नौडीहा, भंडार, गुरी, झरहा कला, झरहा खुर्द, टोना सहित कई गांवों में अवैध शराब की भट्ठियां संचालित हो रही हैं।
इतना ही नहीं, थाना से महज कुछ दूरी पर ही अवैध रूप से देसी शराब बनाने व बिक्री का कार्य किया जा रहा है। बावजूद इस पर किसी का ध्यान नहीं है। नावाबाजार थाना क्षेत्र के मल्लाह टोली, इटको, रजदिरीया, दमारो, सिंजो, तुकबेरा, खोखमा, लठेया, चेचरिया, बसना सहित लगभग सभी गांवों में शराब का कारोबार हो रहा है। यहां शाम ढलते ही शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। आए दिन यहां शराबियों के बीच झगड़े भी होते हैं। लेकिन इन लड़ाई-झगड़ों से कारोबारियों पर कोई असर नहीं पड़ता। वे बेखौफ होकर अपनी भट्ठियों को संचालित कर रहे हैं।
लाइन होटल व किराना दुकान में भी होता है शराब का अवैध कारोबार
सड़क दुर्घटना रोकने को लेकर राज्य सरकार की ओर से सड़क किनारे शराब दुकान खोलने पर रोक लगा दी गई है। साथ ही मुख्य पथ से लगभग 500 मीटर की दूरी पर शराब दुकान को स्थापित किया जाना है। लेकिन शराब कारोबारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सड़क किनारे संचालित हो रहे लाइन होटल व किराना दुकान में अवैध शराब की बिक्री करते आ रहे हैं।
एनएच 75 व 98 सड़क किनारे स्थापित सभी लाइन होटलों में शराब बिक्री का कारोबार अवैध रूप से संचालित हो रहा है। यहां अपराधियों का जमावड़ा पूरे दिन लगा रहता है। बावजूद इसपर रोक नहीं लगाई जा रही है। इतना हीं नहीं, क्षेत्र के अधिसंख्य किराना दुकानों में भी शराब की बोतलें अवैध रूप से सहज ही मिल जाती है। यहां चीनी या अन्य सामग्री की अनुपलब्धता हो सकती है लेकिन दुकानदार शराब की बोतलें रखना नहीं भूलते।
शराब बनाने में क्या मिलाते हैं कारोबारी
गांव में चोरी छुपे शराब के कारोबार में लगे लोग इसमें कई केमिकल का प्रयोग करते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह भी है। वर्षों से शराब का काम कर रहे एक व्यवसायी ने बताया कि शराब पीने वाले को अच्छा नशा मिले, इसलिए इसमें केमिकल डाला जाता है। शराब में मिलावट किए जाने वाले केमिकल में नौसादर, नाइट्रावेट, डायजापाम, मिथाइल अल्कोहल व यूरिया आदि शामिल है।
शराब में मिलावट किए जाने से क्या होता है नुकसान
- नौशादर : यह काॅपर सल्फेट के नाम से जाना जाता है। इससे चर्म रोग होने का खतरा रहता है।
-नाइट्राबेट, डायजापाम: नींद में प्रयोग होने वाली दवाइयां है। आंख की रोशनी जाने व दिमागी बीमारी का खतरा रहता है।
-मिथाइल एल्कोहल: यह घातक अम्ल है। इसके प्रयोग से जान का खतरा होता है।
-यूरिया: खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के काम में आती है। शराब में यह धीमे जहर का काम करती है।