सावधानी ही साइबर अपराध से बचाव, अनुसंधान में भी आए तेजी Ranchi News
Jharkhand. सीआइडी के एडीजी के निर्देश पर शनिवार को रांची स्थित मुख्यालय में साइबर अपराध को लेकर पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।
रांची, राज्य ब्यूरो। सावधानी ही साइबर क्राइम से बचाव का प्रमुख उपाय है। इसके अतिरिक्त ऐसे कांडों के अनुसंधान में भी पूरी संवेदनशील होकर काम करना होगा, तभी सफलता हाथ लगेगी। डोरंडा के राजा रानी कोठी स्थित सीआइडी मुख्यालय में शनिवार को आयोजित कार्यशाला में उक्त बातें सामने आई। कार्यशाला का विषय था 'साइबर क्राइम एवं एटीएम कार्ड फ्रॉड का अनुसंधान।'
इस कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरशन ऑफ इंडिया के चीफ रिस्क मैनेजर भरत पांचाल एवं उनके सहयोगी आशीष शाह ने प्रशिक्षित भी किया। इसमें सीआइडी, एटीएस, साइबर पुलिस स्टेशन व अनुसंधान प्रशिक्षण विद्यालय के डीएसपी व इंस्पेक्टर शामिल थे। कार्यशाला में विभिन्न तरह के एटीएम कार्ड फ्रॉड व साइबर अपराध के अनुसंधान के विषय में जानकारी दी गई। मौके पर सीआइडी के आइजी रणजीत प्रसाद, एसपी एटीएस विजयालक्ष्मी, एसपी सीआइडी मनोज रतन चोथे आदि उपस्थित थे।
बैठक में जो टिप्स मिले
- एटीएम कार्ड का उपयोग करते वक्त एक हाथ से ढककर पिन पंच करें। ऐसा करने से पीछे खड़ा व्यक्ति आपके पिन को नहीं जान पाएगा। पिन गोपनीय रहने से आधी परेशानी दूर रहती है।
- ऑनलाइन भुगतान के सभी ब्योरे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के पास सुरक्षित रहते हैं। यहां फ्रॉड होने पर अनुसंधान पदाधिकारी से मदद ले सकते हैं।
- बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है, जिसे सार्वजनिक नहीं करें।