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पुलिस ने तिहरे हत्याकांड का किया फर्दाफाश, पति ने पत्नी समेत दो मासूम पुत्रों की कर दी थी निर्मम हत्या

संवाद सहयोगी गढ़वा गढ़वा थाना पुलिस ने जाटा गांव में हुए तिहरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 06:17 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 06:17 PM (IST)
पुलिस ने तिहरे हत्याकांड का किया फर्दाफाश, पति ने पत्नी समेत दो मासूम पुत्रों की कर दी थी निर्मम हत्या

संवाद सहयोगी, गढ़वा : गढ़वा थाना पुलिस ने जाटा गांव में हुए तिहरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया है। उक्त हत्याकांड को सत्यदेव रजक उर्फ बबलू पिता कामेश्वर बैठा ने ही अंजाम दिया था। वह पत्नी द्वारा मायके वालों को चुपके से ढाई लाख रुपये दे दिए जाने से बेहद नाराज थे। इस बात को लेकर दंपती में अक्सर नोकझोंक होते रहता था। इस विवाद का अंत सत्यदेव ने पत्नी शोभा देवी तथा पुत्र अभिषेक व रणवीर की कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दिया था। इसके पश्चात हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को पानी से धोकर घर के एक कोने में छुपा दिया और बक्सा का ताला तोड़कर घर का दरवाजा बाहर से बंद कर नए मकान पर लौट गया था। गुरुवार को एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने गढ़वा थाना में आयोजित पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। बताते चलें कि जाटा गांव में 19 अप्रैल 2021 को शोभा देवी व उसके दो पुत्रों की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद मृतका शोभा देवी के पिता सह पलामू जिले के पांडु थाना क्षेत्र के वृद्धखैरा-ढांचाबार निवासी रामेश्वर बैठा ने अपने दामाद सत्यदेव, समधी कामेश्वर बैठा व समधिन दौलतिया देवी पर साजिश कर हत्या का आरोप लगाया था।लेकिन सत्यदेव व उसके परिवार वाले उक्त हत्याकांड को लेकर विरोधाभासी बयान दे रहे थे। हालांकि 20 अप्रैल को पुलिस ने कामेश्वर बैठा, दौलतिया देवी व सत्यदेव को हिरासत में लेकर पूछताछ किया था, लेकिन हत्याकांड का तब पर्दाफाश नहीं हो सका था। पुलिस ने मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी थी। पुलिस अधीक्षक द्वारा एसडीपीओ अवध कुमार यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर अनुसंधान के क्रम में 22 अप्रैल को सत्यदेव को हिरासत में लेकर पुलिस ने गहन पूछताछ किया। तब सत्यदेव टूट गया और अपने अपराध को स्वीकार कर लिया।सत्यदेव ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2019 में हिडाल्को कंपनी से आठ लाख रुपये मिला था। पैसे को घर में रखा था। शोभा देवी ने सत्यदेव को बिना बताए ही चुपके से अपने मायके वालों को चार माह पूर्व ढाई लाख रुपये दे दिए थे। इसे लेकर सत्यदेव व शोभा में अक्सर विवाद होता था। सत्यदेव के अनुसार 19 अप्रैल को वह जाटा गांव स्थित नए मकान पर था, तब शोभा ने दोपहर साढ़े बारह बजे शोभा ने फोन कर छोटे पुत्र रणवीर की तबियत खराब होने की जानकारी दी थी।घर आने पर पैसे को लेकर फिर से विवाद होने लगा। तब सत्यदेव ने गुस्से में आकर कुल्हाड़ी से प्रहार कर हत्या कर दिया। इस घटना को उसके बड़े पुत्र आठ वर्षीय अभिषेक ने देख लिया और हल्ला करने लगा तो उसके गर्दन पर कुल्हाड़ी मार कर उसकी भी हत्या कर दिया था।इसके पश्वात अंदर कमरे में सो रहे छोटे पुत्र छह वर्षीय रणवीर को भी गर्दन पर कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दिया। पुलिस ने सत्यदेव के स्वीकारोक्ति बयान के बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जबकि कामेश्वर बैठा को भी हिरासत में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ किया जा रहा है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व विभो कंपनी का मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस टीम में पुनि सह भंडरिया थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत, पुनि राजीव कुमार, पुअनि राम अवतार आदि शामिल थे।

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