तंत्र-मंत्र के चक्कर में अपनी सास को काट डाला, जानवर की बलि देकर पी गया खून
Murder. सिल्ली के रंगामाटी में महिला सुकरू देवी की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है, जिसमें झाडफ़ूंक का मामला सामने आया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। रांची पुलिस ने सिल्ली के रंगामाटी गांव में 23 दिसंबर को हुई महिला सुकरू देवी की हत्या का पूरी तरह खुलासा कर लिया है। हत्यारोपी फलींद्र लोहरा गिरफ्तार कर लिया गया है, जो रिश्ते में मृतका का दामाद है। यह हत्या काला जादू व झाड़-फूंक से संबंधित है, जिसमें दामाद ने पहले जानवर का बलि देकर उसका खून पीया और उसके बाद अपनी सास को उसी दाउली से काट दिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खून लगा दाउली, जिसमें बाल लगा हुआ है, अभियुक्त का जिंस पैंट व टी-शर्ट, जिसमें खून लगा हुआ था और बलि दिया हुआ बतख बरामद किया है।
पुलिस की छानबीन में यह कहानी आई सामने : सुकरू देवी की हत्या के बाद एसएसपी अनिश गुप्ता के आदेश पर एक छापेमारी टीम का गठन किया गया था, जिसमें सिल्ली थानेदार चिरंजीत प्रसाद, दारोगा नारायण सोरेन आदि शामिल थे। टीम ने मृतका के पति के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर दामाद फलींद्र को गिरफ्तार किया तो हत्या का राज खुला। फलींद्र तमाड़ थाना क्षेत्र के मुचीटोला बारूडीह का रहने वाला है।
उसने बताया कि 20 दिसंबर को ही उसकी सास तंत्र-मंत्र सीखने के लिए उसे सिल्ली स्थित रंगामाटी स्थित घर में बुलाई थी। वह सास के बताए अनुसार बलि के लिए एक बत्तख भी बाजार से लाया था। 23 दिसंबर को फलींद्र व उसकी सास घर में अकेले थे। दोनों मिलकर बत्तख को काटा। उसका खून फलींद्र लोहरा पी गया। इसके बाद सास ने बड़े जानवर की बलि देने को कहा।
घर के पीछे बंधे छोटे भैंसे (काड़ी) को लोहे के दावली से बलि देने का प्रयास किया, लेकिन पूरा नहीं काट पाया। जब भैंसा का खून बहने लगा तो फलींद्र उसे भी पी गया। इसके बाद वह अपनी सास के पास पहुंचा तो सास ने कहा कि वह अब उसकी गुरू हो गई है। इस बात को लेकर ही दोनों में बकझक होने लगी। इसी बीच फलींद्र उक्त दाउली से अपनी सांस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया और उसे मार डाला। तभी मृतका का पति पारना लोहरा खेत से काम कर घर लौटा तो यह दृश्य देखकर भाग निकला। आसपास के लोगों की मदद से सूचना पुलिस तक पहुंची और फिर पुलिस छानबीन में जुटी।