Jharkhand Encounter: उग्रवादी कमांडर पुनई उरांव मुठभेड़ में मारा गया, 2 लाख का था इनाम
Jharkhand Encounter Punai Oraon Killed मारा गया उग्रवादी एरिया कमांडर पुनई उरांव है। उसके खिलाफ दो दर्जन मामले दर्ज हैं। वह एके-47 हथियार भी रखता था। रांची-खूंटी के बड़े व्यवसायियों और डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर लगातार लेवी वसूली करता था। वह रांची और खूंटी के लिए आतंक का पर्याय बना था।
रांची, जासं। Jharkhand Encounter, Punai Oraon Killed झारखंड में उग्रवादियों पर पुलिस भारी पड़ रही है। लगातार दूसरे दिन पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जीदन गुड़िया के बाद आतंक का पर्याय रहे दो लाख के इनामी पीएलएफआई के एरिया कमांडर पुनई उरांव को रांची पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। मंगलवार की शाम रांची-खूंटी बॉर्डर के नगड़ी थाना क्षेत्र के चेटे सिंहपुर में हुई पुलिस मुठभेड़ में पुनई उरांव को पुलिस ने मार गिराया गया। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में करीब आधे घंटे चली इस ऑपरेशन में पुलिस को कामयाबी मिली है। मौके से एक कार्बाइन और एक पिस्टल बरामद की गई है। एसएसपी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थह रांची-खूंटी बॉर्डर के लोधमा से सटे जगली इलाके में पुनई का दस्ता कैंप किए हुए है। इस सूचना पर एसएसपी ने नगड़ी थाने की टीम, क्यूआरटी व स्पेशल टीम को लगाया।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में गठित रांची पुलिस की टीम लोधमा के लिए मंगलवार की शाम निकली। टीम चेटे गांव के सिंहपुर के पास जैसे ही पहुंचे। उग्रवादी पुलिस की टीम को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि पुलिस की टीम ने उग्रवादियों को सरेंडर करने के लिए कहा। मगर उग्रवादी ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। यह देखकर पुलिस की टीम ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान दोनों ओर से दर्जनों राउंड फायरिंग हुई। करीब आधे घंटे चली।
इस मुठभेड़ में एरिया कमांडर पुनई उरांव ढेर हो गया। पुनई के मारे जाने के बाद दस्ते में शामिल अन्य उग्रवादी अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल की ओर भाग निकले। हालांकि पुलिस की टीम ने पीछा किया। उनके पीछे गई पुलिस की टीम ने पूरी रात सर्च अभियान चलाया। सर्च अभियान के दौरान हथियार बरामद किए गए हैं। इधर, पुलिस ने पुनई के शव को अपने कब्जे में लिया है। उसे सिंहपुर में ही रखा गया है। मंगलवार को पुनई के शव को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
पूरी रात चला सर्च ऑपरेशन : रांची पुलिस ने मुठभेड़ के बाद लोधमा-कर्रा के जंगल में पूरी रात सर्च ऑपरेशन चलाया गया। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा और ग्रामीण एसपी नौशाद आलम देर रात तक जमे रहे। पुलिस की टीम उग्रवादियों की तलाश में खूंटी तक भी गई। हालांकि पुनई के दस्ते में शामिल एक भी उग्रवादी नहीं पकड़े गए। एसएसपी ने कहा है कि सर्च ऑपरेशन चलाकर पुलिस आश्वस्त होगी। चूंकि पुलिस पर उग्रवादियों ने अचानक फायरिंग की थी।
एके-47 रखता था पुनई उरांव : रांची पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में मारा गया उग्रवादी पुनई एके-47 जैसे घातक हथियार भी रखता था। उसे हथियार सुप्रीमो दिनेश गोप की ओर से उपलब्ध कराया गया था। पुनई उरांव रांची में ठिकाना बनाकर जमीन कारोबारियों और बड़े व्यवसायियों से रंगदारी वसूल रहा था। अबतक जितनी भी हत्या की वारदात में पुनई शामिल रहा है, उनमें लेवी विवाद ही रही है।
पुलिस का एकमात्र उद्देश्य है कि समाज में शांति व्वस्था बनी रहे। जितने भी अपराधिक गिरोह, उग्रवादी या माओवादी गिरोह हैं उनके खिलाफ जीरो टाॅलरेंस की पॉलिसी के तहत काम किया जा रहा है। सभी समय रहते मुख्यधारा में लौट जाएं, वरना सभी का यहीं अंजाम होगा। सुरेंद्र कुमार झा, एसएसपी रांची।
14 मामलों में था वांटेड, कुवंर की गिरफ्तारी के बाद बन गया था एरिया कमांडर : रांची, गुमला व खूंटी बॉर्डर से सटे इलाके लापुंग व बेड़ो इलाके में पीएलएफआई का एरिया कमांडर पुनई इन दिनों लगातार सक्रिय था। वर्ष 2019 के जनवरी माह में जयदीप उर्फ कुंवर उरांव की गिरफ्तारी के बाद पुनई उरांव को एरिया कमांडर बनाया गया है। जो अपराधियों को अपने साथ जोड़कर लगातार लेवी वसूली कर रहा है। कई हत्या कराई, हत्याकांडों में भी खुद शामिल रह चुका है। कोयला कारोबारी बाबू खान, इम्तियाज हत्याकांड हत्याकांड में शामिल था। लेवी के लिए लगातार वह आगजनी, फायरिंग जैसी घटनाओ को अंजाम दे रहा था। उसके खिलाफ रांची और खूंटी में 14 मामले दर्ज हैं। सभी में वह वांटेड था।
इन थानों में दर्ज है मामले : रांची के इटकी थाने में तीन मामले, नगड़ी थाने में आठ मामले, रातू थाने में एक, मांडर थाने में एक और खूंटी थाने में एक मामला दर्ज है। इनमें हत्या, लूट, आम्र्स एक्ट, रंगदारी जैसे मामले दर्ज हैं।
प्रमुख मामले जिनमें रहा है शामिल
- 13 जनवरी 2020 को रातू में हुई इम्तियाज अंसारी की हत्या पुनई के इशारे पर हुई थी।
- 30 अक्टूबर 2018 को नगड़ी निवासी कोयला कारोबारी शरीफ खान उर्फ बाबू खान की हत्या भी पुनई उरांव ने ही कराई थी।
- 26 अक्टूबर 2018 को नगड़ी के कतरपा में एफसीआइ गोदाम के मैेनजर से लूटपाट करने में पकड़े गए राजकुमार विशाल और शकील शामिल थे।
- 25 अगस्त 2018 को लालगुटवा में रौशन मिर्धा की हत्या।