आधार कार्ड के नाम पर बड़ा खेल..., चार हजार महिलाओं का घर उजड़ा
गढ़वा जिले के दो प्रखंडों की महिलाओं के नाम पर इस फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया है। बताया जा रहा कि दलाल के चक्कर में पड़ कर कर्ज के दलदल में यह महिलाएं फंस गईं। ऋण लौटाने का दबाव बना तो महिलाओं को इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली।
गढ़वा, जागरण संवाददाता। गांव की गरीब भोली-भाली महिलाओं को ऋण दिलाने के नाम पर नन बैैंकिंग (निजी बैंक) से लाखों रुपये निकाल लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। दलाल के चक्कर में पड़कर महिलाएं कर्ज के दलदल में फंसती रही। फर्जीवाड़े का यह खेल पिछले दो वर्षों से चल रहा था, लेकिन इसकी जानकारी महिलाओं को तब मिली, जब रुपये जमा करने का तकादा उनके पास आने लगा।
ऐसे झांसे में आईं महिलाएं
इधर, मंगलवार को गढवा के श्री बंशीनगर प्रखंड स्थित पीपरडीह पंचायत भवन में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने एकत्र होकर इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया। सीता देवी, पुष्पा देवी, इंद्रावती देवी, ललिता देवी, कुंती देवी, रवीना बानो, कुंती देवी छोटा, पिंंकी देवी आदि ने बताया कि पीपरडीह गांव के शशि मोहन चौबे ने उनके आधार कार्ड की फोटो कापी लेकर ऋण दिलाने की बात कही। उसके कहने पर सभी ने लगभग दो साल पहले निजी उत्कर्ष बैंक में जाकर आवेदन पर अंगूठा लगा दिया, परंतु ऋण की राशि आज तक नहीं मिली, जबकि अब राशि जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है।
इस तरह हुआ फर्जीवाड़ा
महिलाओं के अनुसार, सगमा और श्रीबंशीधर नगर प्रखंड की करीब 3900 ग्रामीण महिलाओं के नाम पर उत्कर्ष बैंक, शिदुजा बैंक, स्वतंत्र बैंक, आरोहण बैंक से पीपरडीह गांव निवासी शशि मोहन चौबे द्वारा ऋण दिलाने के नाम पर आधार कार्ड की फोटो कापी और अंगूठे के निशान लेकर फर्जीवाड़ा किया गया।
पैसा मांगने घर पहुंचे बैंक कर्मचारी
इधर, 16 दिसंबर को इन बैंकों के कर्मी घर आए और ऋण की राशि वापस करने को कहा। तब हमें ऋण की निकासी की जानकारी मिली। किसी के नाम पर 75,000 तो किसी के नाम पर 40,000 तो किसी के नाम पर 30,000 रुपये बतौर ऋण की निकासी कर ली गई है। इधर, शशि मोहन चौबे घर छोड़कर फरार है।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
उत्कर्ष बैंक श्रीबंशीधर नगर के शाखा प्रबंधक विकास दुबे कहते हैं कि हमारे बैंक से ऋण की राशि लाभुकों के खाते में दी जाती है। जो महिलाएं आरोप लगा रही हैं उनके खाते में ऋण की राशि दी गई है। यदि लाभुकों ने राशि की निकासी कर किसी को दे दी हो तो इसकी जवाबदेही बैंक की नहीं है। उधर, प्रखंड विकास पदाधिकारी, श्रीबंशीधर नगर श्रवण राम ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि मामले की जानकारी मिली है। बुधवार को गांव पहुंचकर मामले की जानकारी लूंगा। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।