Mob Lynching in Jharkhand: अफवाह के पीछे भाग रहे लोग, हाथ में ले रहे कानून
Mob Lynching. झारखंड के कई जिलों में बच्चा चोरी की अफवाह जोरों पर है। लोग बिना सोचे-समझे किसी पर भी हमला कर रहे हैं।
रांची, जासं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बच्चा चोरी और अन्य चोरियों के नाम पर हिंसक हो रही भीड़ द्वारा कानून हाथ में लेकर किसी की पिटाई कर देने या पीट-पीट कर किसी की जान ले लेने की घटनाएं चिंताजनक हैं। हाल की घटनाओं ने बताया है कि उन्मादी हिंसा के खिलाफ बड़े पैमाने पर जहां एक ओर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है वहीं ऐसी घटनाओं के प्रति पुलिस-प्रशासन और सरकार को कड़ा रवैया अपनाते हुए दोषियों को कड़ी सजा देनी होगी।
हालांकि इस संबंध में राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है और त्वरित कार्रवाई से लेकर पीडि़त के इलाज और लोगों को जागरूक करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं। इन सब के बाद भी अफवाह और अंधविश्वास के नाम पर लोगों की पिटाई और हत्या की घटनाएं हो रही हैं। देखा जा रहा है कि अफवाह का असर कुछ खास इलाकों और जिलों में ज्यादा है।
अलीमुद्दीन और तबरेज प्रकरण की देशभर में हुई थी निंदा
रामगढ़ में दो साल पहले प्रतिबंधित मांस ले जाने के आरोप में हिंसक भीड़ ने अलीमुद्दीन अंसारी नाम के युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इस मामले पर देश भर में बवाल हुआ था और एक साल के भीतर मामले के दोषियों को कड़ी सजा सुनाई गई। वहीं इसी साल जून महीने में सरायकेला में भी चोरी के आरोप में तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा हत्या कर दिए जाने के बाद काफी बवाल हुआ। इस मामले में कुछ लोगों को जेल भेजा गया है।
सरायकेला और बागबेड़ा में 8 लोगों की हुई थी हत्या
बच्चा चोरी की बात करें तो 18 मई 2017 को सरायकेला खरसावां जिले के राजनगर के शोभापुर गांव में बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ ने चार लोगों को बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। हत्याकांड में 21 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई। अभी आरोपित जमानत पर हैं। इस घटना के बाद डीसी और एसपी निलंबित कर दिए गए थे।
इस घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आई थी। वहीं 2017 में ही पूर्वी सिंहभूम जिले के बागबेड़ा थाना क्षेत्र के नागाडीह गांव में बच्चा चोरी के आरोप में एक वृद्धा समेत चार लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में 300 ग्रामीणों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में ग्राम प्रधान समेत कई आरोपित अब भी जेल में बंद हैं।
हजारीबाग और कोडरमा में अफवाह चरम पर
हजारीबाग में बच्चा चोरी को लेकर हाल में मॉब लिंचिग की छह घटनाएं हो चुकी हैं। 2 सितंबर को बरकट्ठा में गया के युवक की बच्चा चोर की अफवाह के बाद भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी। मौके पर पहुंच पुलिस ने उसकी जान बचाई। वहीं 31 अगस्त को मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में ऑटो से जा रहे दो युवकों को बच्चा चोर की शक में पिटाई कर दी।
एक सप्ताह पूर्व दारु में बच्चा चोर की अफवाह के बाद मची भगदड़ के बाद एक युवक की जान कुएं में गिरने से हो गई थी। वहीं कोडरमा के जयनगर में बच्चा चोरी की अफवाह पर मंगलवार को ग्रामीणों ने छह लोगों की पिटाई कर दी थी। पुलिस को स्थिति संभालने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा था।
गिरिडीह में हो चुकी हैं कई घटनाएं
गिरिडीह जिले में पिछले एक सप्ताह के दौरान मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं घटी हैं। पुलिस की सक्रियता से अब तक इन घटनाओं मेंकिसी की जान नहीं गई है। 27 अगस्त को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चिलगा में बच्चा चोरी के संदेह में उग्र भीड़ ने अकदोनीकला निवासी लीलावती देवी नामक महिला की बुरी तरह से पिटाई की। छुड़ाने गई पुलिस पर भीड़ ने हमला कर दिया था। पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की गई एवं पुलिस जिप को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। बावजूद पुुलिस महिला को सुरक्षित निकालने में सफल रही।
उधर हाल में ही खुखरा थाना क्षेत्र के हरलाडीह में भीड़ ने एक बाइक सवार को बच्चा चोर बताकर पीटा था। समय पर पुलिस के पहुंचने से उसकी जान बची थी। गिरिडीह के ही गावां एवं हीरोडीह थाना क्षेत्र में दिव्यांग व मानसिक रोगी समेत तीन लोगों को बंधक बनाकर उग्र भीड़ ने पीटा था। पुलिस की सक्रियता से तीनों की जान बची थी।
भेलवाघाटी के तेतरिया गांव में बुधवार को बच्चा चोर व साइबर अपराधी के शक में हीरोडीह चरघरा निवासी धीरेंद्र चौधरी को ग्रामीणों ने जमकर पीटा। वह बुरी तरह जख्मी है। उसका इलाज हो रहा है। दुमका के जरमुंडी में ग्रामीणों ने एक अगस्त को घर में चोरी करने के लिए घुसे भोला हाजरा को पीटकर मार डाला था। जुलाई में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कैराबनी गांव के समीप खस्सी चोरी कर भाग रहे दो युवकों को पकड़कर गांव के लोगों ने जमकर पीटा। दोनों जख्मी हो गए थे।