जाकिर नाइक से प्रभावित था पटना ब्लास्ट का मास्टर माइंड हैदर
बांग्लादेशी आतंकियों के प्रेरणास्रोत बने विवादित धर्म प्रचारक डा. जाकिर नाइक से पटना ब्लास्ट का मास्टर माइंड आतंकी हैदर भी प्रभावित था।
रांची [ दिलीप कुमार ]। बांग्लादेशी आतंकियों के प्रेरणास्रोत बने विवादित धर्म प्रचारक डा. जाकिर नाइक से पटना ब्लास्ट का मास्टर माइंड आतंकी हैदर भी प्रभावित था। जाकिर पर गृह मंत्रालय की कार्रवाई की पहल से पटना ब्लास्ट का मास्टर माइंड हैदर फिर चर्चा में है।
पटना में ब्लास्ट के बाद हैदर के रांची स्थित घर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी को डा. जाकिर की सीडी मिली थी, लेकिन एनआइए ने तब इसे गंभीरता से नहीं लिया था। वर्ष 2012 में बिहार के किशनगंज में डा. जाकिर की तीन दिनों की तकरीर के बाद 27 अक्टूबर 2013 को पटना में सीरियल बम ब्लास्ट हुआ था। इसके बाद ही हैदर चर्चा में आया था। हैदर अली उर्फ अब्दुल्ला उर्फ ब्लैक ब्यूटी मूल रूप से दरभंगा का रहने वाला है। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो वह रांची के डोरंडा में यूनुस चौक के पास किराए पर रहता था। फिलहाल हैदर एनआइए की गिरफ्त में है।
सूत्रों के अनुसार जब जाकिर नाइक के मामले की जांच गृह मंत्रालय कर रहा है तो एक बार फिर हैदर से भी इस संबंध में पूछताछ की जा सकती है।
रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड से मई 2014 में गिरफ्तार हैदर अली आतंक का कुख्यात चेहरा है। बमों व विस्फोटकों पर अच्छी पकड़ होने के कारण संगठन में उसको ऊंचा ओहदा प्राप्त था। बम बनाने में महारथ हासिल होने के कारण इंडियन मुजाहिदीन के यासिन भटकल और तहसीन अख्तर उर्फ मोनू का वह काफी करीबी भी था। पटना ब्लास्ट के बाद ङ्क्षहदपीढ़ी के इरम लॉज के एक कमरे से बरामद टाइमर लगे सभी नौ उम्दा बमों को हैदर ने ही बनाया था।
पटना विस्फोट के बाद गिरफ्तार इम्तियाज ने पुलिस को बताया था कि उसने मैट्रिक तक ही पढ़ाई की है और धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होता रहा है। धार्मिक कार्यक्रमों में वह तकरीर भी करता था। विस्फोट से कुछ माह पूर्व ङ्क्षहदपीढ़ी में ही तकरीर के दौरान वहां मौजूद तहसीन अख्तर उर्फ मोनू उर्फ मेनन नामक एक शख्स उससे काफी प्रभावित हुआ था। यह वही तहसीन अख्तर उर्फ मोनू है, जिसे पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के नक्सलबाड़ी से इसी 25 मार्च को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।