Move to Jagran APP

नर्स ड्यूटी से थी नदारद, दूसरे वार्ड ने पल्ला झाड़ा तो ऑक्सीजन की कमी से मरीज ने तोड़ दिया दम

कुव्यवस्था और लापरवाही के कारण रिम्स में एक और मरीज की जान चली गई। नर्स ड्यूटी से नदारद थी और इधर ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज की जान चली गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 01:17 AM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 01:17 AM (IST)
नर्स ड्यूटी से थी नदारद, दूसरे वार्ड ने पल्ला झाड़ा तो ऑक्सीजन की कमी से मरीज ने तोड़ दिया दम
नर्स ड्यूटी से थी नदारद, दूसरे वार्ड ने पल्ला झाड़ा तो ऑक्सीजन की कमी से मरीज ने तोड़ दिया दम

जागरण संवाददाता, रांची : कुव्यवस्था और लापरवाही के कारण रिम्स में एक और मरीज की जान चली गई। मरीज मेडिसिन वार्ड में भर्ती था लेकिन वहां नर्स ड्यूटी पर समय से नहीं पहुंची। मरीज के बेटे और पत्नी ने पूरे वार्ड में घूम-घूमकर नर्स को ढूंढ़ा। दूसरे वार्ड की नर्स से भी कहा कि एक बार चलकर देख लें। गिड़गिड़ाए, मिन्नत की, लेकिन नर्सो ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि ये उसके वार्ड का मरीज नहीं है। ऑक्सीजन के अभाव में मरीज की कुछ ही देर बात मौत हो गई।

loksabha election banner

सौंदाडीह निवासी चंद्रशेखर पासवान रिम्स के सर्जरी विभाग में डॉ. आरजी बाखला की यूनिट में भर्ती था। उसे किडनी की बीमारी थी। चंद्रशेखर की मौत के बाद परिजनों का आक्रोश बढ़ गया। परिजनों ने नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाकर खूब हंगामा किया। परिजनों का कहना था कि मरीज बीते 15 जनवरी को भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान शनिवार को उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गयी। रात में नर्स ने दवा और ऑक्सीजन देकर नियंत्रित किया। सुबह 7 बजे ड्यूटी खत्म होने के बाद नर्स चली गई। लेकिन सुबह 7 बजे की शिफ्ट में नर्स समय से नहीं पहुंची। इस दौरान चंद्रशेखर को सांस लेने में परेशानी होने लगी। ऑक्सीजन के अभाव में मरीज ने दम तोड़ दिया। करीब 7:45 बजे मरीज की मौत हो गई। हंगामा के बाद मृतक के बेटे ने रिम्स उपाधीक्षक को लिखित शिकायत देते हुए जांच की मांग की है। तबीयत बिगड़ने के बाद नहीं मिली नर्स

मृतक के बेटे ने बताया कि शनिवार सुबह 6:30 बजे पिता की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिससे उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी। मरीज के बेटे सूरज पासवान और सूरज की पत्नी ने पूरे वार्ड में घूमकर नर्स को ढूंढ़ा। नर्स के ड्यूटी में उपस्थित नहीं रहने पर मरीज की हालत लगातार बिगड़ती गई। और मरीज ने करीब 7:45 बजे दम तोड़ दिया। तीन शिफ्टों में नर्स की रहती है ड्यूटी

रिम्स में नर्स की ड्यूटी तीन शिफ्टों में दी जाती है। पहली शिफ्ट सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक, दूसरी शिफ्ट 1 से शाम 7 और तीसरी शिफ्ट शाम 7 से सुबह 7 बजे तक रहती है। रात में ड्यूटी पर उपस्थित नर्स अपनी ड्यूटी खत्म कर चली गई और सुबह 7 बजे के शिफ्ट वाली नर्स मरीज के मौत तक ड्यूटी में नहीं पहुंची थी। रिम्स में आये दिन इस तरह की लापरवाही देखी जाती है। परिजनों ने मरीज की मौत के बाद फोन पर सूचना दी। उन्होंने लिखित आवेदन देते हुए घटना की जानकारी दी। नर्स से पूछने पर उसने स्वीकार किया कि ड्यूटी में आने में देरी हुई थी। इस संबंध में आवेदन निदेशक को भी फॉरवर्ड किया गया। जिसे संज्ञान में लेते हुए निदेशक ने संबंधित विभाग के कर्मचारी से स्पष्टीकरण मागा है कि ड्यूटी में तैनात नर्स बिना हैंडओवर के कैसे चली गई। सुबह की शिफ्ट में नर्स के आने में विलंब का करण पूछा है।

-डॉ संजय कुमार, उपाधीक्षक, रिम्स।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.