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Para Medical Workers Strike: अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों की सुध नहीं ले सरकार, न बातचीत न ही कोई कार्रवाई

स्थायीकरण की मांग को लेकर अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल जारी है। इनका राजभवन के समक्ष धरना लगातार 23वें दिन और अनशन 16वें दिन भी जारी रहा। अभी तक इनसे न तो वार्ता हुई है और न ही अस्पताल में सेवा नहीं देने पर कोई कार्रवाई ही हुई है।

By Neeraj AmbasthaEdited By: Mohit TripathiWed, 08 Feb 2023 11:04 PM (IST)
Para Medical Workers Strike: अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों की सुध नहीं ले सरकार, न बातचीत न ही कोई कार्रवाई
प्रत्येक माह की नौ तारीख को होनेवाला मातृ शिशु जननी सुरक्षा कार्यक्रम भी होगा प्रभावित

राज्य ब्यूरो, रांची: स्थायीकरण की मांग को लेकर अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल जारी है। साथ ही इनका राजभवन के समक्ष धरना लगातार 23वें दिन और अनशन 16वें दिन भी जारी रहा। अभी तक इनके साथ न तो वार्ता हुई है और न ही अस्पताल में सेवा नहीं देने पर कोई कार्रवाई ही हुई है।

स्वास्थ्य सेवाएं हो रही प्रभावित

इनकी हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं। सबसे अधिक प्रभाव बच्चों के टीकाकरण पर पड़ा है। प्रत्येक माह नौ तारीख को मातृ शिशु जननी सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम के तहत गर्भवती माताओं की जांच हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराई जाती है। गुरुवार को आयोजित होनेवाला यह कार्यक्रम भी प्रभावित होने की संभावना है।

सुध नहीं ले रही सरकार

अनुबंध कर्मियों के अनुसार, वे हर दिन उम्मीद करते हैं कि शाम तक कोई निर्णय होगा लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। अनशन पर बैठे अनुबंध कर्मियों की कोई सुध सरकार नहीं ले रही है। इधर, बुधवार को भी अनशन पर बैठे कुछ कर्मियों की तबीयत बिगड़ने के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

नहीं हुआ कोई ठोस प्रयास

बता दें कि राज्य के लगभग सात हजार अनुबंध पारा मेडिकल कर्मी 17 जनवरी से ही हड़ताल पर हैं। कई कर्मचारी संघों ने इनके आंदोलन का समर्थन किया है। आंदोलनरत कर्मियों ने राज्यपाल रमेश बैस से भी राजभवन में मुलाकात कर अपनी मांगों को रखा लेकिन अभी तक उनकी हड़ताल समाप्त कराने का ठोस प्रयास नहीं हुआ।