झारखंड के इंजीनियरिंग कॉलेजों में अब ऑनलाइन होगी पढ़ाई, दाखिले के लिए अनिवार्य होगा लैपटॉप
Jharkhand Samachar. झारखंड के इंजीनियरिंग कॉलेजों में कक्षाओं से लेकर परीक्षा तक का तरीका बदलेगा। एक सेमेस्टर में ऑनलाइन टीचिंग लर्निंग पर क्लास होगी।
रांची, [प्रणय सिंह]। झारखंड के इंजीनियरिंग कॉलेजों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत संचालित 65 इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के क्लासरूम स्टडी से लेकर एग्जाम तक का तरीका बदलने वाला है। नए सत्र से यह सारी प्रणाली ऑनलाइन करने की योजना है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के साथ छात्र छात्राओं के लिए लैपटॉप अनिवार्य कर दिया जाएगा। शिक्षकों के पास ही इसकी व्यवस्था होगी।
इसके अलावा एक सेमेस्टर में लर्निंग टीचिंग पर एक अतिरिक्त कक्षा संचालित करने की योजना है। इसमें सबको ऑनलाइन पठन-पाठन से लेकर परीक्षा प्रणाली तक के लिए तैयार किया जाएगा। ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत सत्र 2018 से इंजीनियरिंग कॉलेजों की संबद्धता प्रारंभ हो चुकी है। सत्र 2019-20 में विश्वविद्यालय की ओर से शोध प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें कुल 22 विद्यार्थियों का पंजीकरण किया गया है। विश्वविद्यालय ने तय किया है कि अब हर वर्ष सेमेस्टर के अनुसार दो बार सोल प्रवेश परीक्षा का संचालन किया जाएगा। इससे ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी रिसर्च कर सकेंगे।
नहीं संचालित हो पा रहा था शोध कार्य
तकनीकी विश्वविद्यालय का संचालन नहीं होने के कारण राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में शोध कार्य नहीं कराया जा रहा था। विश्वविद्यालय के शुरुआत के साथ इस दिशा में कदम उठाया गया है। आने वाले वर्षों में रिसर्च करने वाले छात्रों की संख्या में और वृद्धि होने का अनुमान है।
'हां, यह सही है कि अब राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पठन-पाठन से लेकर परीक्षा प्रणाली तक ऑनलाइन करने की योजना है। वर्तमान संकट के दौर में उपलब्ध संसाधन के जरिए इसका ट्रायल शुरू कर दिया गया है। नए सत्र से इसे व्यवस्थित तरीके से लागू करने की योजना है।' -डॉ. गोपाल पाठक, कुलपति, झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी।