झारखंड में आज से ऑनलाइन बालू, दर बाजार से कम
फिलहाल जेएसएमडीसी की साइट से 750 रुपये में 100 सीएफटी की दर पर बालू की खूंटी के घाटों से ऑनलाइन बिक्री की जा रही है। 15 और घाट जल्द खुलेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। बालू के कारोबार में माफिया संस्कृति को खत्म करने की कवायद को सरकार ने मुकाम तक पहुंचा दिया है और इसके साथ ही बुधवार को ऑनलाइन बालू की बिक्री की शुरुआत हो रही है। आम आदमी झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (जेएसएमडीसी) की साइट से बालू की खरीदारी के लिए आवेदन कर सकता है। फिलहाल खूंटी से शुरू हो रही इस योजना में धीरे-धीरे राज्य के सभी बालू घाट शामिल हो जाएंगे।
सरकार ने बालू की दर 750 रुपये प्रति सौ सीएफटी निर्धारित किया है। यह बाजार में उपलब्ध दर से कम है। घाट से बालू परिवहन का जिम्मा खरीददार का होगा। पिछले साल से ही बालू की ऑनलाइन बिक्री की तैयारी चल रही थी। चालू वित्तीय वर्ष में जिन घाटों पर बालू उत्खनन का लाइसेंस समाप्त हो रहा है वहां नए ठेकेदारों के बीच टेंडर न करते हुए सरकार खुद ही बालू बेचेगी।
तमाम घाटों के लिए अलग-अलग पर्यावरण स्वीकृति की आवश्यकता होगी। फिलहाल यह योजना खूंटी से शुरू हो रही है। खूंटी के कुदरी, ओकड़ा, सिमला, डोरमा घाटों से बालू का उत्खनन कर डोरमा चौक के निकट स्टॉक यार्ड में रखा जाएगा। आम उपभोक्ता से लेकर व्यावसायिक उपभोक्ता तक ऑनलाइन आवेदन करते हुए इस केंद्र से बालू की खरीदारी कर सकते हैं। इसके लिए पहले उपभोक्ता को अपना निबंधन कराना होगा। निबंधन के बाद उपभोक्ता बालू का ऑर्डर कर अपनी गाड़ी से इसे जहां चाहे ले जा सकता है।
ऑनलाइन आवेदन के क्रम में पता लिखने से लेकर ऑनलाइन भुगतान तक का प्रावधान है। इस प्रकार पूरे मामले में कहीं भी कैश का लेनदेन नहीं होगा और न ही उपभोक्ता को घाट पर जाना होगा। सरकार ने सैकड़ों की संख्या में बालू परिवहन से संबंधित वाहनों का निबंधन कराया है और इन्हीं वाहनों से बालू का परिवहन कराया जा सकता है।
आज से शुरुआत : खूंटी के बालू घाटों से ऑनलाइन बिक्री की शुरुआत हो रही है। 15 और घाटों के लिए पर्यावरण स्वीकृति का इंतजार है। पर्यावरण स्वीकृति मिलते ही पूरे राज्य में बालू की बिक्री ऑनलाइन शुरू हो जाएगी। फिलहाल दर 750 रुपये प्रति सौ घन फीट तय है। -अबू बकर सिद्दीख पी, सचिव, खान विभाग और अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, जेएसएमडीसी।