कोरोना काल में ऑनलाइन पढाई बच्चों के लिए बना वरदान, इन क्षेत्रों में भी निखार रहे प्रतिभा
Ranchi News अपने क्लास की पढ़ाई के साथ साथ बच्चे अब इसी माध्यम से अतिरिक्त विषयों यानी कैप्सूल कोर्स के आनलाइन क्लास कर रहे हैं। कई बच्चे तो अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर की परीक्षा भी पास कर चुके हैं। इस बीच बच्चे काफी उत्साहित हैं
रांची, (कुमार गौरव)। कोरोना काल में शुरू हुई आनलाइन शिक्षा पद्धति ने बच्चों व शिक्षकों की शुरुआती दिनों परेशानी बढ़ा दी थी वहीं अब बच्चे इसे अवसर के रूप में देख रहे हैं। अपने क्लास की पढ़ाई के साथ साथ बच्चे अब इसी माध्यम से अतिरिक्त विषयों यानी कैप्सूल कोर्स के आनलाइन क्लास कर रहे हैं। कई बच्चे तो अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर की परीक्षा भी पास कर चुके हैं। इस बीच बच्चे काफी उत्साहित हैं और उनके माता पिता भी अपने बच्चों की सफलता से खुश दिख रहे हैं।
बच्चों ने कहा ऑनलाइन क्लास के साथ-साथ प्रतिभा निखारने का कर रहे हैं प्रयास
केस स्टडी 01 : सातवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही हूं। पिछले 3 वर्षों से साल में कम से कम 3-4 महीने ऑनलाइन क्लास कर रही हूं। अपनी कक्षा की तैयारी के साथ साथ वायलिन बजाना भी सीख रही हूं। हमारे माता पिता शिक्षक हैं और साउथ इंडियन होने के कारण संगीत में अधिक रुचि है। अब तक ट्रिनिटी यूनिवर्सिटी लंदन से वायलिन वादन में ग्रेड 3 तक की डिग्री मिल चुकी है। आगे चलकर इस क्षेत्र में भी बढ़िया करने का लक्ष्य रखा है। इन सबके साथ साथ स्कूल से मिलने वाले होमवर्क और रूटीन को पूरा करने में व्यस्त रहती हूं।
रेओना एल्सा बिजू, सातवीं कक्षा की छात्रा।
केस स्टडी 02 : सातवीं कक्षा में पढ़ता हूं। अपने स्कूल कोर्स के साथ साथ यूसी-मास अबेकस कोर्स कर रहा हूं। यह मूल रूप से गणित आधारित कोर्स है। इस कोर्स पूरा करने के बाद मस्तिष्क की एकाग्रता व ध्यान शक्ति बढ़ती है। विषयों को बेहतर तरीके से एनालिसिस करने में भी मदद मिलती है। रांची से ही आनलाइन कोर्स पूरा किया है।
प्रशांत लकड़ा, सातवीं कक्षा का छात्र।
केस स्टडी 03 : आठवीं कक्षा में पढ़ाई करता हूं। स्पेस आनलाइन एस्ट्रोनॉमी एंड स्पेस एजुकेशन प्रोग्राम का 4 माह का आनलाइन कोर्स पूरा करने के बाद अंतरिक्ष गतिविधि के साथ साथ सोलर सिस्टम, रॉड शैडो की मदद से टाइम कैलकुलेशन, एस्ट्रोनॉमी की बेसिक जानकारी मिल गई। अब इस क्षेत्र में भी आगे पढ़ाई करूंगा।
सार्थक राज, आठवीं कक्षा का छात्र।
केस स्टडी 04 : मैं 11वीं कक्षा की छात्रा हूं। अपने क्लास का होमवर्क करने के बाद अतिरिक्त समय में आनलाइन माध्यम से वेब ग्रो जैसे संस्थान से वेब डिजाइनिंग, एप्प एंड वेब डेवलपमेंट कोर्स किया है। अब तो प्रायोगिक तौर पर वेब डिज़ाइन भी कर रही हूं। एक दोस्त ने मुझे आईडिया दिया था जिसके बाद मैंने इसे लक्ष्य बना लिया है। अब तो इस क्षेत्र में भी काफी कुछ किया जा सकता है।
गुण बबुता, 11वीं कक्षा की छात्रा।
केस स्टडी 05 : मैं 11वीं कक्षा में पढ़ाई करता हूं। फिलहाल अपने क्लास की पढ़ाई के साथ साथ स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से संचालित वुशु मार्शल आर्ट्स का प्रशिक्षण ले रहा हूं। ज़ूम एप्प पर हमारे शिक्षक आनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण देते हैं। फिर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए मैदान या इंडोर स्टेडियम में की गई तैयारियों की जांच करते हैं।
शिवम कुमार, 11वीं कक्षा का छात्र।