Onion Crisis in Ranchi: प्याज में फिर लगी आग, रांची में बिक रहा 80 रुपये किलो; जानें कब होगा सस्ता
तीन से चार दिन पहले रांची के खुदरा बाजार में जो प्याज 35-45 रुपये प्रतिकिलो के भाव बिक रहे थे अब उनकी कीमत दोगुनी से अधिक होकर 80 रुपये पर पहुंच गई है।
रांची, [विक्रम गिरि]। आंध्र प्रदेश में दो सप्ताह पहले हुई भीषण बारिश का असर रांची में प्याज की कीमतों पर देखने को मिल रहा है। तीन से चार दिन पहले रांची के खुदरा बाजार में जो प्याज 35-45 रुपये प्रतिकिलो के भाव बिक रहे थे, अब उनकी कीमत दोगुनी से अधिक होकर 80 रुपये पर पहुंच गई है। इस तरह कीमतों में दूसरी बार बेतहाशा वृद्धि से आम उपभोक्ता परेशान हैैं। वहीं व्यापारियों का कहना है कि कीमतें बढ़ाना उनकी मजबूरी है।
दरअसल, आंध्रप्रदेश में आई बाढ़ के कारण प्याज की काफी फसल खराब हो गई है। इसके कारण आवक कम है। सोमवार को नागाबाबा खटाल, डेली मार्केट व अन्य सब्जी बाजारों में नासिक का प्याज जहां 80 रुपये प्रतिकिलो बिका। वहीं बेंगलुरु का प्याज 65 रुपये प्रतिकिलो बिका। दूसरी ओर व्यापारियों की मानें तो स्थिति सामान्य होने में अभी एक माह का समय लगेगा। एक माह बाद नासिक से नए फसल की आवक शुरू होते ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।
बेंगलुरु से आ रहे प्याज की गुणवत्ता खराब : वर्तमान में रांची की मंडी में नासिक व बेंगलुरु से प्याज आ रहा है। नासिक से आपूर्ति वाला प्याज खुदरा बाजार में जहां 80 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। वहीं बेंगलुरु का प्याज 65 रुपये प्रतिकिलो के भाव बिक रहा है। कीमतों में अंतर की वजह यह है कि जहां नासिक का प्याज फ्रेश है। वहीं बेंगलुरु से आए प्याज की क्वालिटी खराब है।
खुदरा व्यापारी बोले- थोक मंडी में दिन में तीन बार बढ़ी कीमतें
नागाबाबा खटाल के व्यापारी विजेंद्र यादव ने कहा कि सोमवार को मंडी में प्याज की कीमतें दिनभर में तीन बार बढ़ीं। सुबह प्याज की थोक कीमत 60 रुपये थी। दोपहर को यह 65 रुपये हो गई। वहीं देर शाम तक 70 रुपये प्रतिकिलो बिक रहे थे।
प्याज की कीमतें तीन दिन पहले तक सामान्य थी। आंध्र प्रदेश से आवक कम होने के कारण कीमतों में उछाल है। अरूण रॉय , खुदरा व्यापारी
पंडरा बाजार की थोक मंडी में सोमवार को प्याज की कीमतें तीन बार बढ़ी। बेंगलुरु से आ रहे प्याज की गुणवत्ता भी खराब है। कीमतें बढ़ाने पर मजबूर हैं। विजेंद्र यादव, खुदरा व्यापारी