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जेल से रंगदारी वसूली का चल रहा खेल, नहीं देने पर हत्या की धमकी

रांची रांची के केंद्रीय जेल सहित अन्य जेलों से रंगदारी वसूली का खेल कोई नई बात नहीं है। अभी भी शहर में आधा दर्जन गिरोह सक्रिय है। रंगदारी मांगे जाने की घटना के बाद से पुलिस फिर से सक्रिय हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Aug 2019 05:31 AM (IST)Updated: Mon, 05 Aug 2019 06:41 AM (IST)
जेल से रंगदारी वसूली का चल रहा खेल, नहीं देने पर हत्या की धमकी

जागरण संवाददाता, रांची : रांची के केंद्रीय जेल सहित अन्य जेलों से रंगदारी वसूली का खेल कोई नई बात नहीं है। जेल के भीतर अपराधी मोबाइल फोन का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं। दुमका जेल में बंद गैंगस्टर अनिल शर्मा द्वारा रांची के व्यवसायी से रंगदारी मांगे जाने के बाद फिर चर्चा का बाजार गर्म है। इधर रांची पुलिस ने भी जांच तेज कर दी है। अनिल शर्मा गिरोह के अलावा अन्य आपराधिक गिरोह के गुर्गो पर नजर रखी जा रही है। हालांकि रांची में अनिल शर्मा के लिए डबलू शर्मा रंगदारी की वसूली करता है। सूत्रों के अनुसार डबलू जेल में रहते हुए भी अपने गुर्गो के माध्यम से रंगदारी वसूल रहा है। अनिल शर्मा के नाम पर रांची के रेलवे ठेकेदारों और जमीन कारोबारियों से रंगदारी की वसूली होती है। हटिया, कांके, नामकुम, रातू, ओरमांझी सहित अन्य इलाकों में चल रहे जमीन के कारोबार में अनिल शर्मा के नाम से रंगदारी वसूली जा रही है। पुलिस ने बीते 12 जुलाई को अनिल शर्मा के शागिर्द को जेल भेजा था। दुमका जेल में रहते हुए भी अनिल शर्मा रंगदारी वसूली करा रहा है। रांची का कई गैंग वसूल रहा रंगदारी :

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रांची में कोई छोटे बड़े गैंग रंगदारी वसूल रहे हैं। बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड, ठेकेदार, दुकानदार व व्यवसायियों से रंगदारी की वसूली होती है। कुख्यात बिट्टू मिश्रा, संदीप थापा सहित कई के नाम पर रंगदारी वसूली जाती है। इधर, हाल के दिनों में सोनू इमरोज की हत्या के बाद हिदपीढ़ी का कुख्यात अपराधी शहजाद का गिरोह रंगदारी वसूल रहा है। जेल के भीतर से ही अपने गुर्गो को भेजकर रंगदारी की वसूली हो रही है। पुलिस को भी इसकी सूचना मिली है। रंगदारी नहीं देने पर बनती है हत्या की योजना :

रंगदारी के खेल में जो रंगदारी देने से इन्कार करता है, उसकी हत्या की योजना बन जाती है। हाल में डबलू शर्मा ने रंगदारी के खेल में बाधक रातू के जमीन कारोबारी बुद्धू कच्छप उर्फ बूढ़ा की हत्या के लिए बिहार से चार शूटर मंगवाए थे। हालांकि रांची पुलिस को इसकी सूचना मिल जाने के बाद सिविल कोर्ट परिसर में छापेमारी कर डबलू को दबोच लिया था। लेकिन शूटर भाग निकले थे। डबलू ने रंगदारी के लिए रेलवे कर्मी समीर कुमार दास के कार्यालय में घुसकर हमला भी किया था। उसी मामले में वह जेल भेजा गया था। बाहरी जांच में नहीं मिलते मोबाइल :

ज ल में अक्सर रांची जिला प्रशासन मोबाइल व आपत्तिजनक चीजों की जांच के लिए औचक छापेमारी करता है। लेकिन कभी मोबाइल व आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं होते हैं।


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