Sisai firing: एक ग्रामीण हुआ था फायरिंग में घायल, राइफल छीनने के क्रम में चली थी गोली
सिसई में मतदान केंद्र पर पुलिस की फायरिंग के मामले में पीठासीन पदाधिकारी के बयान पर सिसई थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस पर पथराव के बाद ही पुलिस ने हवाई फायरिंग की थी।
रांची, राज्य ब्यूरो। गुमला जिले के सिसई में मतदान केंद्र पर पथराव व पुलिस की फायरिंग के मामले में वहां मौजूद पीठासीन पदाधिकारी रामाशीष प्रसाद के बयान पर सिसई थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
रामाशीष गुमला के राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय खीराखाड़ रायडीह में प्रधान शिक्षक हैं। उन्होंने दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि वे अपनी पूरी टीम के साथ उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय बघनी में मतदान करा रहे थे।
सुबह करीब सवा नौ बजे बघनी के ही कुछ दबंग प्रवृति के मतदाता लाइन से हटकर आगे बढ़कर मतदान करना चाहते थे। वहां उपस्थित सशस्त्र बल के जवान उन्हें लाइन में लगकर मतदान करने के लिए बोले तो वे तैयार नहीं हुए। वे जवानों से उलझ गए और हाथापाई करने लगे। जवानों ने उन्हें समझाया, लेकिन वे राइफल छीनने व उसी राइफल से फायर करने का प्रयास कर रहे थे। उस समय बूथ पर करीब 100 से अधिक मतदाता मतदान करने के लिए आए थे। इसमें 10-12 लोग पुलिस के साथ धक्कामुक्की करने लगे। एक जवान से राइफल छीनने लगे। तभी छीना-झपटी में गोली चली और हथियार छीनने वाले व्यक्ति की जांघ में लग गई। गोली लगने के बाद वह व्यक्ति जख्मी हो गया, जिससे धक्कामुक्की करने वाले लोग मतदान केंद्र से बाहर ले जाने लगे।
इसी बीच गांव के मतदाता उग्र होकर पुलिस को निशाना बनाकर पत्थर चलाने लगे। इसके बाद सशस्त्र बल खुद को बचाने के लिए विद्यालय भवन के उपर चढ़ गए और आत्मरक्षार्थ विवश होकर हवाई फायरिंग किए। मतदानकर्मी कमरे का दरवाजा बंद कर लिए ताकि ईंट पत्थर से चोट न लगे। खिड़की से दिखा कि ग्रामीण उग्र होकर सशस्त्र बल प जानलेवा हमला करने लगे तो पुलिस हवाई फायरिंग करने लगी।
पीठासीन पदाधिकारी ने इसकी सूचना मोबाइल पर वरीय पदाधिकारियों को दी। इस बूथ पर बचाव में पुलिस बल के साथ बीडीओ सिसई व थाना प्रभारी सिसई बघनी बूथ पर आ रहे थे, जिन्हें बघनी गांव के लोगों ने घेरकर पथराव किया और बूथ पर जाने से रोका। ग्रामीणों के पथराव में बीडीओ सिसई के वाहन का शीशा टूट गया और चालक को भी चोट आई। थाना प्रभारी सिसई का चालक भी पत्थर लगने से जख्मी हो गया। उन्हें अस्पताल भेजा गया।
लाउडस्पीकर से ग्रामीणों को उकसा रहे थे कुछ लोग
प्राथमिकी के अनुसार बघनी गांव के ग्रामीण लाउडस्पीकर से आवाज दे रहे थे कि एक व्यक्ति को पुलिस की गोली लगी है। सभी लोग जमा हो जाएं। वे आम लोगों को उकसाते हुए सशस्त्र बल को गाली-गलौज कर रहे थे। वे पोलिंग पार्टी तथा सशस्त्र बल को जान से मार देने के लिए उकसा रहे थे। इसपर लोगों ने उग्र होकर ईंट-पत्थर से पुलिस और प्रशासन की पार्टी तथा मतदानकर्मियों पर हमला कर दिया। ग्रामीण उग्र थे और लाठी-डंडा, तलवार, भाला, टांगी व हथियार लेकर सशस्त्र बल को मारने के लिए जमा हो गए थे। बाहर से पुलिस आई तो सबकी जान बची।