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रांची में एक और नियंत्रण कक्ष शीघ्र, अपर मुख्य सचिव के सुझाव पर शुरू हुई पहल Ranchi News

डीजीपी ने अधिकारियों के साथ अतिरिक्त नियंत्रण कक्ष के लिए जगन्‍नाथपुर में जमीन देखी। विधानसभा हाई कोर्ट झारखंड मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण संस्थान के चलते निर्णय लिया गया।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 08:13 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 08:13 PM (IST)
रांची में एक और नियंत्रण कक्ष शीघ्र, अपर मुख्य सचिव के सुझाव पर शुरू हुई पहल Ranchi News
रांची में एक और नियंत्रण कक्ष शीघ्र, अपर मुख्य सचिव के सुझाव पर शुरू हुई पहल Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। रांची में एक और नियंत्रण कक्ष शीघ्र बनाने की तैयारी है। इसके लिए जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में जमीन की तलाश की जा रही है। लोकेशन भी ऐसे स्थान पर होगा, जहां से त्वरित ऑपरेशन चलाया जा सके और समय रहते विधि-व्यवस्था के लिए बल आसानी से व जल्दी पहुंच सके। गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के सुझाव पर इसकी पहल तेज हो गई है। डीजीपी कमल नयन चौबे के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों की एक टीम बुधवार को जमीन चिह्नित करने के लिए निकली थी।

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जमीन अभी फाइनल नहीं हुई है। संभावना है कि जगन्नाथपुर थाने के समीप ही कंट्रोल रूम बनेगा। डीजीपी कमल नयन चौबे ने बताया कि गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सुझाव दिया था कि रांची में एक और कंट्रोल रूम जरूरी है। बढ़ती आबादी, वाहनों का दबाव व ट्रैफिक पर लोड को देखते हुए कचहरी चौक के समीप स्थित कंपोजिट कंट्रोल रूम ही पर्याप्त नहीं है। नया विधानसभा भवन, नया हाई कोर्ट भवन, पुलिस मुख्यालय, झारखंड मंत्रालय सहित सभी महत्वपूर्ण संस्थान धुर्वा व आसपास के इलाके में हैं।

ऐसे में वहां विधि-व्यवस्था संबंधित समस्या आने पर कचहरी स्थित कंपोजिट कंट्रोल रूम से ऑपरेशन चलाने में बहुत समय लग जाएगा। बल शीघ्र पहुंचे और ऑपरेशन त्वरित हो, इसी उद्देश्य से एक अतिरिक्त कंट्रोल रूम बनाने की आवश्यकता है। अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के सुझाव पर ही अधिकारियों की टीम जमीन चिह्नित करने के लिए निकली थी।

जमीन चिह्नित कर पुलिस अधिकारी अपना सुझाव सरकार को सौंपेंगे, ताकि सरकार के स्तर पर अतिरिक्त कंट्रोल रूम बनाने की दिशा में आगे की कार्रवाई पूरी की जा सके। जमीन चिह्नित करने निकले डीजीपी के साथ डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू, एडीजी आधुनिकीकरण आरके मल्लिक, आइजी प्रोविजन अरुण कुमार सिंह आदि मौजूद थे।


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