एक दिवसीय श्री कृष्ण गोपाष्टमी महोत्सव आज, गणेश पूजन से होगा शुभारंभ
रांची गोशाला प्रांगण में रविवार को एक दिवसीय श्री कृष्ण गोपाष्टमी का आयोजन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची गोशाला प्रांगण में रविवार को एक दिवसीय श्री कृष्ण गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। आयोजन कि मुख्य संयोजक सज्जन सर्राफ ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम, बच्चों की प्रतियोगिता, शोभा यात्रा जैसे कार्यक्रम इस बार नहीं होंगे। हरमू रोड स्थित गोशाला सहित आठ अन्य जगहों पर भी गो पूजन गोशाला की देखरेख में किया जाएगा। सभी जगहों पर सुबह 7:30 से 11 बजे तक पूजन कार्यक्रम चलेगा। आठ जगहों के लिए अलग-अलग प्रभारी बनाए गए हैं। संयोजक प्रमोद सारस्वत ने बताया कि आयोजन की सफलता के लिए गोशाला कमेटी, गोशाला ट्रस्टी सहित गो सेवक लगे हुए हैं।
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इन्हें बनाया गया है प्रभारी
1. चांदनी चौक, कांके रोड - दीपक सरावगी
2. श्रीराम गार्डन, कांके रोड - पवन बजाज
3. श्री कृष्ण नगर कॉलोनी, रातू रोड - ओमप्रकाश बरेजा।
4. होटल सिटी पैलेस, लालपुर - विजय राजगढ़यिा
5. मैंकी रोड, महावीर चौक -शिव भगवान अग्रवाल
6. श्री दुर्गा मंदिर, बकरी बाजार - निर्मल मोदी
7. लक्ष्मी नारायण मंदिर, सेवा सदनपथ - शिव शंकर साबू
8. आरोग्य भवन के सामने, बरियातू - सुनील गुप्ता।
पूरे राज्य की गोशालाओं में मनेगी गोपाष्टमी
इस वर्ष भी झारखंड प्रदेश की सभी गोशालाओं में गोपाष्टमी पर्व पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ रविवार को मनाई जाएगी। झारखंड की सभी गोशालाओं के प्रांतीय संगठन झारखंड प्रादेशिक गौशाला संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल मोदी ने बताया कि हिदू धर्म में गो माता का विशेष महत्व है। हिदू धर्म की संस्कृति और आत्मा गोमाता में बसती है। भारतवर्ष में यूं तो प्रत्येक दिन गोमाता की पूजा होती है, परंतु कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी मनाई जाती है। इस पर्व का गोशालाओं के संदर्भ में विशेष महत्व है। गोपाष्टमी के दिन महिलाएं अपने पारंपरिक परिधान पहन पूरे विधि विधान और श्रद्धा से गो पूजन करती हैं और अपने परिवार एवं समाज की सुख, शांति एवं ऐश्वर्य वृद्धि हेतु प्रार्थना करती हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सभी गोशालाओं में गोपाष्टमी पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें गोशाला मेला, प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि शामिल हैं। इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण सभी गोशालाओं में सिर्फ गो पूजन किया जाएगा। विश्व को कोरोना से निजात दिलाने की प्रार्थना की जाएगी।