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यात्रियों का नहीं रखा जा रहा रिकॉर्ड, ट्रेन से उतरने वाले 40 फीसद यात्री ही हो रहे क्वारंटाइन

सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन करने के आदेश दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 08:25 AM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 08:25 AM (IST)
यात्रियों का नहीं रखा जा रहा रिकॉर्ड, ट्रेन से उतरने वाले 40 फीसद यात्री ही हो रहे क्वारंटाइन
यात्रियों का नहीं रखा जा रहा रिकॉर्ड, ट्रेन से उतरने वाले 40 फीसद यात्री ही हो रहे क्वारंटाइन

जागरण संवाददाता, रांची : सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन करने का निर्देश दिया है। लेकिन बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची व हटिया रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को क्वारंटाइन करने में लापरवाही बरती जा रही है। प्लेन या ट्रेन से उतरने वाले 40 फीसद यात्री ही क्वारंटाइन किए जा रहे हैं। इनके हाथ में मोहर लगाई जा रही है। लेकिन प्रशासन उन यात्रियों का कोई रिकॉर्ड अपने पास नहीं रख रहा है। इससे प्रशासन को पता ही नहीं चल पा रहा की कितने और कौन-कौन से यात्री क्वारंटाइन हुए हैं। जो भी यात्री क्वारंटाइन हुए हैं, अगर वह बाहर घूम रहे हैं तो उन्हें कैसे ट्रैक किया जाएगा, इसका जवाब अधिकारियों के पास नहीं है। पिछले साल जब यात्रियों को क्वारंटाइन किया जाता था तो बाकायदा उनका रिकॉर्ड रखा जाता था। उनका फोन नंबर भी होता था। अधिकारी फोन कर यात्री के बारे में जानकारी लेते थे। साथ ही मोबाइल एप के जरिए भी उन्हें ट्रैक किया जाता था। इससे क्वारंटाइन हुए लोगों पर अपने घर पर ही रहने का मानसिक दबाव भी रहता था। इस बार ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा है। इससे कोरोना के प्रसार का खतरा बढ़ रहा है।

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यात्रियों को होम क्वारंटाइन करने के लिए रांची रेलवे स्टेशन पर प्रशासनिक अधिकारियों की तीन टीम बनाई गई हैं। सुबह 6 बजे से दोपहर बाद 2 बजे तक एक टीम, दोपहर बाद 2 बजे से रात 10 बजे तक दूसरी टीम और रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक तीसरी टीम यात्रियों को होम क्वारंटाइन करने में लगी है। एक टीम में पांच अधिकारियों को लगाया गया है। लेकिन रेलवे स्टेशन पर महज दो ही अधिकारी नजर आए। जब बाकी अधिकारियों के बारे में पूछा गया तो आसपास खड़े रेल कर्मियों ने बताया कि सिर्फ दो ही लोग क्वारंटाइन करने में लगे हैं। बाकी तीन लोग नहीं आते हैं। बताते हैं कि इस तरह दो लोगों के ही लगने से ट्रेन से उतरने वाले सभी यात्री क्वारंटाइन नहीं किए जा सकते। कई यात्री बच कर निकल जाते हैं। एक रेलकर्मी ने बताया कि जब ट्रेन से दो सौ लोग उतरते हैं और गेट से निकलते हैं तो प्रशासन द्वारा तैनात किए गए अधिकारी जितने लोगों को रोक लेते हैं उतने लोगों के हाथों में मोहर मार दी जाती है और बाकी लोग अपनी चाल से निकल जाते हैं। लोगों का कहना है कि अगर गेट पर सभी पांच अधिकारी लगेंगे तो सभी यात्रियों को एक-एक करके मोहर मारने के बाद ही जाने दिया जाएगा। यही हाल हटिया रेलवे स्टेशन का है। हटिया रेलवे स्टेशन पर भी 5-5 यात्रियों की तीन टीमें बनाकर यात्रियों को होम क्वारंटाइन किया जाता है। यही नहीं, इन अधिकारियों के साथ पुलिस बल भी लगाया गया है।


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