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चींटी काटने जैसी चुभन, नहीं हुई कोई परेशानी

राज्य ब्यूरो रांची सैकड़ों कोरोना मरीजों का सफल इलाज करनेवाले रांची मेडिका अस्पताल के

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 08:30 AM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 08:30 AM (IST)
चींटी काटने जैसी चुभन, नहीं हुई कोई परेशानी
चींटी काटने जैसी चुभन, नहीं हुई कोई परेशानी

राज्य ब्यूरो, रांची : सैकड़ों कोरोना मरीजों का सफल इलाज करनेवाले रांची मेडिका अस्पताल के चिकित्सक डा. विजय मिश्रा ने भी कोरोना का टीका लिया। ये रांची सदर अस्पताल में टीका लेनेवाले दूसरे हेल्थ वर्कर थे। टीका लगने तथा आधे घंटे पर्यवेक्षण में रहने के बाद उन्होंने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। जैसे सामान्य इंजेक्शन में चींटी काटने जैसा अहसास होता है, बिल्कुल वैसा ही अनुभव हुआ। इससे अधिक कुछ नहीं। कोई साइड इफेक्ट नहीं। उन्होंने लोगों से बगैर डरे टीका लगवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल भी टीकाकरण के लिए तैयार है। सभी जगह ड्राइ रन हो गया है। सरकार का निर्देश आने के बाद निजी अस्पताल में भी टीकाकरण शुरू हो जाएगा।

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फार्मासिस्ट ने टीका लगवाने के बाद की ड्यूटी

ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव सह फार्मासिस्ट उपेंद्र कुमार सिंह ने रांची सदर अस्पताल में कोरोना का टीका लगवाने के बाद ड्यूटी भी की। दो बजे से पहले टीका लगवाया, जबकि तीन बजे से उनकी रांची सदर अस्पताल में ही ड्यूटी थी। उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के दौरान उन्हें किसी प्रकार की तकलीफ नहीं हुई। न ही बाद में ही कोई परेशानी हुई। वे अपना काम पूर्व की तरह करते रहे। उन्होंने सभी पारा मेडिकल कर्मियों से टीका लगवाने की अपील करते हुए कहा कि यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है।

पूरे राज्य में कहीं नहीं आया कोई साइड इफैक्ट का मामला

कोरोना का टीका कितना अधिक सुरक्षित है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहले दिन पूरे राज्य में तीन हजार से अधिक लोगों को टीका पड़ने के बाद किसी में भी कोई साइड इफैक्ट का मामला सामने नहीं आया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पूरे राज्य में एडवर्स इवेंट फौलोइंग इम्यूनाइजेशन (एईएफआइ) का कोई केस नहीं आया। टीका लगने के बाद किसी हेल्थ वर्कर को रेफर करने या अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत नहीं आई।

बता दें कि किसी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रत्येक केंद्र के नजदीक एडवर्स इवेंट फौलोइंग इम्यूनाइजेशन (एईएफआइ) सेंटर बनाए गए हैं, जहा चिकित्सक के अलावा पारा मेडिकल कर्मी तैनात किए गए हैं। किसी व्यक्ति को टीका पड़ने के बाद एडवर्स रिएक्शन की स्थिति में इन सेंटरों में उसका उपचार होना है। पहले दिन इसकी कोई जरूरत नहीं पड़ी। हालाकि विशेषज्ञों के अनुसार, टीकाकरण में 0.05 फीसद मामले में ही किसी तरह का एडवर्स रिएक्शन होता है।

आज नहीं होगा टीकाकरण, अगला सत्र सोमवार से

रविवार को किसी भी केंद्र पर कोरोना का टीकाकरण नहीं होगा। सभी 48 केंद्रों पर इसका अगला सत्र सोमवार से होगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रत्येक सप्ताह में कम से कम चार दिन टीकाकरण कार्य होगा।


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