दांत बनाने की सामग्री का अभाव, मरीज व विद्यार्थी परेशान
रांची रिम्स के डेंटल कॉलेज के प्रोस्थोंटिक्स विभाग में कृत्रिम दांत बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री का अभाव है।
जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स के डेंटल कॉलेज के प्रोस्थोंटिक्स विभाग में कृत्रिम दांत बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री अभाव के कारण मरीज और विभाग में पढ़नेवाले विद्यार्थी दोनों को परेशानी हो रही है। प्रोस्थोटिंक्स विभाग में पहले ही वर्ष से बीडीएस के विद्यार्थियों की पढ़ाई शुरू हो जाती है। अब तीन सत्रों के 150 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में पढ़ाई के दौरान उन्हें दांत बनाने की विधि की जानकारी के लिए इसकी आवश्यकता होती है। सामग्री की कमी के कारण सभी छात्रों को इसकी सुविधा नहीं मिल रही है। विभाग में इसी व्यवस्था के बीच मरीजों को भी गुजरना पड़ता है।
मरीजों को इलाज में ज्यादा परेशानी न हो, इसके लिए विभाग ने एक व्यवस्था शुरू की है। जो मरीज इमरजेंसी के दायरे में हैं, उनके इलाज की व्यवस्था की जाती है। खास कर कैंसर के मरीजों का कृत्रिम तालू लगाया जाता है। उन्हें इंतजार नहीं कराया जा सकता है। विशेष शिविर के दौरान कई मरीजों को कृत्रिम दांत भी लगाए गए हैं। अब तक 100 मरीजों को कृत्रिम तालू और दांत लगाए जा चुके है। बीच-बीच में जो सामग्री विभाग को उपलब्ध करा दी जाती है, उसी से विभाग का काम चलता है।
जानकारी दी गई है कि फिलहाल नियमित तौर पर विभाग में सामग्री उपलब्ध कराने के लिए निविदा की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। निविदा प्रक्रिया पूरी होते ही दांत बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री डेंटल कॉलेज में उपलब्ध कराई जाएगी। इससे बाद मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। 'निविदा प्रक्रिया चल रही है। यह प्रक्रिया पूरी होते ही प्रोस्थोडोंटिक्स विभाग को सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी। '
डॉ. डीके सिंह, निदेशक, रिम्स।