झारखंड में वज्रपात से चार बच्चों समेत नौ लोगों की मौत
लातेहार में एक ही घर के तीन लोगों की जान चली गई। वहीं, दुमका में भाई-बहन की मौत हुई है।
जेएनएन, रांची। वज्रपात से गुरुवार को राज्य के अलग-अलग जिलों में चार बच्चों समेत नौ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में लातेहार जिले के नेतरहाट में एक ही घर के तीन लोगों की जान चली गई। वहीं, दुमका में भाई-बहन की मौत हुई है। जामताड़ा, गुमला व हजारीबाग में एक-एक की जान वज्रपात ने ले ली। राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई।
जानकारी के मुताबिक, नेतरहाट थाना क्षेत्र के ग्राम हरखू टोली में वज्रपात से एक ही घर के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य की हालत गंभीर है। गांव के बंधन आइंद की बेटी की शादी का मंडप तैयार करने के लिए दोपहर में संतोष कुशर (25) व शैलेंद्र कुशर (35) लकड़ी काट रहे थे। ये दोनों भाई हैं। वहीं, पास में उन्हीं के परिवार का एक बच्चा वहीं खेल रहा था। इसी बीच, बारिश शुरू हो गई और पानी से बचने के लिए सभी पेड़ के नीचे खड़े हो गए। तभी वज्रपात ने तीनों को अपनी चपेट में ले लिया। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
दुमका के जामा प्रखंड में गुरुवार शाम आई तेज आंधी-बारिश में सितुवा पंचायत के थानपुर गांव में एक ही परिवार को दो बच्चों की मौत हुई। दोनों आंधी के दौरान आम चुनने गए थे और आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए।
जामताड़ा में गुरुवार शाम को वज्रपात से दो युवकों की मौत हो गई। मृतक युवकों की पहचान श्रीपुर गांव निवासी मोहित ¨सह (36) व बांदो निवासी नित्यानंद ¨सह (32) के रूप में की गई है। तेज आंधी व बारिश से बचने के लिए वे पेड़ के समीप रुके थे। उसी पेड़ पर व्रजपात हो गया। हजारीबाग में वज्रपात से सुरेंद्र के 12 वर्षीय पुत्र निरंजन कुमार की मौत हो गई।
गुमला के बिशुनपुर में गुरुवार की दोपहर बारिश के साथ हुए वज्रपात में गांव के परमानंद महतो (28) की मौत हो गई। परमानंद अपने चार साथियों के साथ सड़क किनारे पुल पर बैठा हुआ था। इसी दौरान अचानक बारिश और वज्रपात हो जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
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