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डायरेक्शनल बम से सुरक्षा बल पर हमले में आरोपी महिला नक्सली को NIA ने रिमांड पर लिया, बेसरा दस्ते की थी सदस्य

पश्चिमी सिंहभूम जिले के लांजी पहाड़ी पर चार मार्च 2021 को माओवादियों के डायरेक्शनल बम के हमले में शहीद हुए तीन जवानों के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी की रांची शाखा ने एक आरोपी महिला नक्सली सरिता सरदार को तीन दिनों की रिमांड पर लिया है।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiPublished: Wed, 08 Feb 2023 06:30 PM (IST)Updated: Wed, 08 Feb 2023 06:30 PM (IST)
डायरेक्शनल बम से सुरक्षा बल पर हमले में आरोपी महिला नक्सली को NIA ने रिमांड पर लिया, बेसरा दस्ते की थी सदस्य
डायरेक्शनल बम से सुरक्षा बलों पर हमला मामले की आरोपित महिला नक्सली एनआइए की रिमांड पर

राज्य ब्यूरो, रांची: सरिता सरदार मूल रूप से सरायकेला-खरसांवा जिले के रायजमा गांव की रहने वाली है। वह दस लाख के इनामी नक्सली जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक के प्रलोभन में आकर नक्सली संगठन से जुड़ी थी और विभिन्न नक्सली घटनाओं में शामिल रही थी। महाराज प्रमाणिक भी पुलिस के सामने पहले ही आत्मसमर्पण कर चुका था।

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सरिता सरदार ने भी अपने सात अन्य नक्सली साथियों के साथ इसी साल चार जनवरी को आईजी रांची के कार्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया था। रिमांड पर एनआईए के अधिकारी सरिता सरदार से डायरेक्शनल बम से हमला मामले में शामिल उसके अन्य साथियों व संसाधनों के बारे में जानकारी ले रहे हैं।

एनआईए ने केस को कर लिया था टेकओवर

लांजी पहाड़ी पर चार मार्च 2021 को घटी घटना में दर्ज केस को टेकओवर करते हुए एनआईए ने 20 दिनों के भीतर ही 24 मार्च 2021 को रांची शाखा में प्राथमिकी दर्ज कर ली थी। उक्त प्राथमिकी में एक करोड़ रुपये के इनामी अनल दा, 10 लाख के इनामी महाराज प्रमाणिक सहित 33 नामजद व 20-25 अज्ञात माओवादियों को आरोपी किया गया था।

दर्ज प्राथमिकी के अनुसार टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी पहाड़ी पर माओवादियों के दस्ते की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस पर माओवादियों ने डायरेक्शनल बम से हमला कर दिया था, जिसमें तीन जवान शहीद हुए थे और दो जवान जख्मी हो गए थे।

डायरेक्शनल बम हमले में आरोपी है सरिता सरदार

डायरेक्शनल बम से हमला मामले में सरिता सरदार नामजद आरोपी है। इस मामले में पश्चिमी सिंहभूम के टोकलो थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सरिता के विरुद्ध झारखंड के थानों में कुल छह कांड दर्ज हैं। इनमें टोकलो थाने में तीन, कुचाई में दो व खरसांवा थाने में एक मामला शामिल हैं।

आत्मसमर्पण के मौके पर सरिता ने पुलिस को बताया था कि माओवादियों का जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक अपने दस्ते के साथ उसके गांव में बैठक करता था और गांव के लोगों को तरह-तरह की सुविधाओं का प्रलोभन देता था। इससे प्रभावित होकर ही सरिता सरदार भी संगठन में शामिल हो गई थी।

संगठन में शामिल होने के बाद महाराज प्रमाणिक उसे जंगल में ले गया और अपने साथी नक्सलियों, छोटे-बड़े नक्सलियों से उसका परिचय कराया। सरिता को हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी दिया। 2019 में ठंड के दिनों में ही नक्सली जीवन कंडुलना व उसके दस्ते के साथ कोल्हान व पोड़ाहाट के जंगल में चली गई और नक्सली संगठन के लिए काम करने लगी। इस दौरान विभिन्न नक्सली घटनाओं में भी वह शामिल रही, जिसके चलते उसके विरुद्ध कुल छह कांड दर्ज हुए।

एनआईए कर चुकी है खुलासा, मध्य प्रदेश से आया था विस्फोटक

डायरेक्शनल बम मामले के अनुसंधान के दौरान एनआईए ने इस बात का भी खुलासा कर लिया है कि इसके लिए विस्फोटक मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बरही थाना क्षेत्र स्थित हीरापुर से आया था। नक्सलियों को विस्फोटक व एके-47 हथियार सप्लाई करने के आरोपी जैकी पार्धी को भी एनआईए पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है।


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