18 अगस्त से ही एनआइए की रिमांड पर था बिंदु गंझू, आम्रपाली से लेवी वसूल कर बनाई अकूत संपत्ति
झारखंड में नक्सलियों पर शिकंजा कसते हुए एनआइए और ईडी ने दोतरफा कार्रवाई शुरू कर दी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में नक्सलियों पर शिकंजा कसते हुए एनआइए और ईडी ने दोतरफा कार्रवाई शुरू कर रखी है। चतरा के टंडवा स्थित सीसीएल के आम्रपाली परियोजना से लेवी वसूलकर अकूत संपत्ति बना चुका बिंदेश्वर गंझू उर्फ बिंदु गंझू राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के हाथों 18 अगस्त को ही गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी रांची के बिरसा चौक से हुई थी। इसके बाद से ही वह एनआइए की रिमांड पर था।
एनआइए ने रिमांड पूरी होने के बाद बिंदु गंझू को एनआइए के विशेष न्यायाधीश नवनीत कुमार की अदालत में प्रस्तुत किया, जहां से उसे 28 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि चतरा के टंडवा थाने में दर्ज कांड संख्या 22/18 को एनआइए ने टेक ओवर करते हुए कांड संख्या 3/2018 दर्ज किया है। इस प्राथमिकी में बिंदेश्वर गंझू सहित चार आरोपितों को नामजद किया गया है।
बिंदु गंझू मामले की जांच भी कर रहा है ईडी
बिंदु गंझू मामले की जांच भी प्रवर्तन निदेशालय ईडी कर रहा है। वह चतरा जिले के टंडवा थाना क्षेत्र के होन्हे गांव का रहने वाला है। तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) उग्रवादी संगठन के साथ मिलकर वसूले गए लेवी के पैसे से उसने एक लोडर, पैतृक गांव होन्हे में 50 लाख का घर, हजारीबाग के आर्या नगर में डेढ़ कट्ठा जमीन पर निर्माणाधीन तीन तल्ले का मकान है।
इसने अपनी बहन सुगिया देवी के नाम पर टंडवा के किशुनपुर में टंडवा-सिमरिया मुख्य पथ पर 80 डिसमिल जमीन खरीदी है। उसकी कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई गई है।