Jharkhand: शादी के पांच दिन बाद पति को छोड़ प्रेमी संग मायके पहुंची नविवाहिता
अभी मेहंदी का रंग उतरा भी नही था कि शादी हुए पांच दिन बाद ही नवविवाहिता पति को छोड़कर प्रेमी के संग वापस मायके पहुंच गई। मामला इचाक थाना क्षेत्र के हदारी गांव निवासी तुलेश्वर प्रसाद मेहता के घर बुधवार रात देखने को मिला।
इचाक-(हजारीबाग), संसू । अभी मेहंदी का रंग उतरा भी नही था कि शादी हुए पांच दिन बाद ही नवविवाहिता पति को छोड़कर प्रेमी के संग वापस मायके पहुंच गई। मामला इचाक थाना क्षेत्र के हदारी गांव निवासी तुलेश्वर प्रसाद मेहता के घर बुधवार रात देखने को मिला। तुलेश्वर प्रसाद मेहता के छोटे पुत्र नरेश कुमार मेहता की शादी पांच जून की पदमा प्रखंड के बंदर बेला गांव निवासी राजकुमार मेहता की पुत्री अंजली के साथ हुई थी। वर पक्ष वाले छह जून को दुल्हन लेकर हदारी वापस आए। इसके बाद प्रेमिका के फोन पर दुल्हन अंजलि का प्रेमी हीरालाल साव अपने दो दोस्तों के साथ प्रेमिका से मिलने नौ जून बुधवार की रात दस बजे हदारी गांव आ धमके। हदारी पहुंचते ही अंजलि का प्रेमी हीरालाल सीधे उसके घर पहुंच गया।
जहां अंजली और उसके पति नरेश के बीच नोकझोंक चल चल रही थी। कमरे में पहुंचते ही अंजली के प्रेमी हीरालाल ने उसके पति से कहा कि इसके साथ मारपीट क्यों कर रहे हो। यह मेरी पत्नी है। इसके साथ मेरा आठ साल से प्रेम प्रसंग चला आ रहा है। अंजली के प्रेमी हीरालाल के उसके घर पहुंचने की सूचना मिलते ही अन्य परिजन जाग गए। इसके बाद नरेश के परिजनों ने हीरा लाल साव की लात जूतों से पिटाई कर दी। उसके बाद लड़का पक्ष वालों ने लड़की के पिता के फोन पर सूचना देकर बुलाया। लड़की के परिजन भी रात में लड़का पक्ष के घर पहुंच गये। मामला गहराता देख ग्रामीणों ने पीसीआर को फोन कर दिया।
इसके बाद पुलिस गश्ती दल नरेश के घर पहुंची। पुलिस ने तत्काल अंजली और प्रेमी हीरालाल को गिरफ्तार कर थाने ले आई। लड़के पक्ष वालों ने लड़की के पिता पदमा के बंदर बेला गांव निवासी राजकुमार मेहता को मामले की जानकारी दे दी। अंजलि के पिता परिजनों के साथ उसका ससुराल पहुंचे। इसके बाद नरेश के घर वालों की उपस्थिति में उससे पूछताछ की गई। जिसमें अंजलि ने पति को छोड़कर प्रेमी हीरालाल साव के साथ रहने की सहमति दे दी। गुरुवार की सुबह दूल्हा-दुल्हन पक्ष के दर्जनों लोग थाना पहुंचे। जहां पूछताछ के बाद लड़की के जिद के सामने किसी की नही चली अंततः एक पिता का नत्मस्तक होना पड़ा। लड़की को उसके पिता राजकुमार मेहता को सौंप दिया गया। जबकि अंजलि के प्रेमी हीरालाल को बिना शर्त के साथ थाना से छोड़ दिया गया।