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कांग्रेस अध्‍यक्ष रामेश्‍वर उरांव ने कहा- निश्चिंत रहिए, मेरे हाथों किसी का इनकाउंटर नहीं होगा

कांग्रेस की कमान एक बार फिर सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी के हाथों में आ गई है। उन्होंन विशेष बातचीत में कहा कि उनके हाथ किसी का एनकाउंटर नहीं होगा।

By Edited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 05:01 AM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 05:01 AM (IST)
कांग्रेस अध्‍यक्ष रामेश्‍वर उरांव ने कहा- निश्चिंत रहिए, मेरे हाथों किसी का इनकाउंटर नहीं होगा

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। कांग्रेस की कमान एक बार फिर सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी के हाथों में आ गई है लेकिन इनके पास एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जैसा कोई तमगा नहीं है। रामेश्वर उरांव से पार्टी के अंदर और बाहर के कई मुद्दों पर बात की विशेष संवाददाता आशीष झा ने।

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प्रश्‍न : आपको कांग्रेस की कमान के लिए बधाई, आगे क्या चुनौतियां मानते हैं?
उत्तर : धन्यवाद। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट करके आगे बढ़ना है। जल्द ही चुनाव होना है। इस चुनाव में हम भाजपा सरकार की कमजोरियों का फायदा उठाकर अपना दावा मजबूत करेंगे। सरकार की नाकामियां इतनी हैं कि कांग्रेस को आगे बढ़ना ही है। 

प्रश्‍न : आप आइपीएस भी रहे हैं लेकिन आपके पास इनकाउंटर स्पेशलिस्ट जैसा अनुभव नहीं?
उत्तर : कोई बात नहीं। मेरे हाथों किसी का इनकाउंटर होगा भी नहीं। हम पार्टी को एक साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं और इसी आधार पर आगे बढ़ेंगे। मतभेद भुलाकर कार्यकर्ताओं को आपस में जोड़ेंगे।

प्रश्‍न : पार्टी में कई गुट काम कर रहे हैं। इन्हें कैसे संभालेंगे आप?
उत्तर : किस पार्टी में गुटबाजी नहीं है। गुटबाजी तो तमाम पार्टियों में है। हम सबको मिलाकर काम करने में विश्वास करते हैं और आनेवाले दिनों में कांग्रेस में यही होगा। मतभेद भूलकर कार्यकर्ता एकसाथ काम करेंगे और कांग्रेस को आगे बढ़ाएंगे।

प्रश्‍न : पार्टी के शीर्ष नेताओं का क्या संदेश है आपके लिए?
उत्तर : मंगलवार को सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात होगी। उनके निर्देश पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को लेकर आगे बढ़ूंगा। सबसे पहला लक्ष्य विधानसभा चुनाव है।

प्रश्‍न : संगठन के विस्तार के लिए क्या योजना है?
उत्तर : अभी केंद्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी का मार्गदर्शन प्राप्त करने के बाद योजना को मूर्त रूप दूंगा। झारखंड के चप्पे-चप्पे से परिचित रहा हूं। इस कारण कहीं कोई कठिनाई नहीं होगी।

डॉ. अजय कुमार और डॉ. रामेश्वर उरांव में कई समानताएं
- दोनों झारखंड कैडर के सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी हैं।
- डॉ. अजय कुमार ने चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई की है तो रामेश्वर उरांव ने एमए के बाद पीएचडी की है जिस कारण वे अपने नाम के आगे डॉ. लगाते हैं।
- दोनों को पुलिस में बेहतर कार्यो के लिए प्रेसिडेंट पुलिस मेडल प्राप्त हो चुका है।
- दोनों की पत्नी सरकारी पदाधिकारी रही हैं। डॉ. रामेश्वर उरांव की पत्‍‌नी रागिनी मिंज (सेवानिवृत्त सिविल सर्जन) सरकारी सेवा में रह चुकी हैं।
- डॉ. अजय कुमार की पत्‍‌नी रीना आर्या अखिल भारतीय सेवा की अधिकारी हैं।

संगठन में सभी निर्णय कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरूप : राजेश ठाकुर
झारखंड प्रदेश काग्रेस कमेटी के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्हें जो नयी जिम्मेवारी सौंपी गयी है, उस पर वे खरा उतरने का प्रयास करेंगे। राजेश ठाकुर ने कहा कि काग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है और गौरवशाली इतिहास रहा है, इस परंपरा को कायम रखते हुए संगठन में सभी निर्णय कार्यकर्ताओं और जनभावनाओं के अनुरूप लिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि अभी कुछ ही दिनों बाद विधानसभा चुनाव भी होने वाला है, ऐसी स्थिति में कैसे संगठन को बूथ स्तर पर मजबूती मिले और सभी विधानसभा सीटों में पार्टी कार्यकर्ताओं की सक्रियता कायम रहे, सुनिश्चित करने का प्रयास होगा। झारखंड से भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को सत्ता से बेदखल करने की रणनीति तैयार की जाएगी।


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