पड़ोसी ने जेवर व्यवसायी से लूट का बनाया था प्लान, विरोध पर मारी थी गोली
पुंदाग-नयासराय पुल के पास जेवर व्यवसायी विपिन कुमार साहू हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है।
जागरण संवाददाता, रांची : पुंदाग-नयासराय पुल के पास जेवर व्यवसायी विपिन कुमार साहू हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए पांच को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में नयासराय निवासी नैयर अंसारी, जुल्फान अंसारी, धुर्वा बिरसा नगर निवासी धर्मेद्र कच्छप, सेक्टर-3 ए टाइप के क्वार्टर नंबर 105 निवासी नवीन कुमार और धुर्वा टंकी साइड खटाल में रहने वाला अजीज कुमार उर्फ अनीस कुमार शामिल है। सभी को जेल भेज दिया गया है। एक आरोपित सुजीत ठाकुर फरार है। इनके पास से घटना में इस्तेमाल की गई दो पिस्टल और एक बाइक बरामद किया गया है।
एसएसपी अनीश गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि विपिन कुमार की लूट के इरादे से हत्या की गई थी। छह अपराधियों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था। विपिन से लूट के लिए विपिन साहू के पड़ोस में रहने वाला नैयर अंसारी ने ही रेकी कर लूट का प्लान बनाया था। पहले से यह तय था कि लूट का विरोध करने पर गोली मार देना है। लूट के लिए एक बाइक पर सुजीत, धर्मेद्र और जुल्फान ने पुंदाग-नयासराय पुल के पास व्यवसायी को रोककर गोली मारी थी। जबकि नैयर, अजीत और नवीन दुकान से लेकर घटनास्थल तक रेकी में लगे थे। उसके हर रूट की जानकारी फोन पर दी जा रही थी। अपराधियों ने मिलकर अगस्त 2019 में एक बैंककर्मी महिला से लूट किया था। इसके बाद सितंबर महीने में आर्शिवाद गार्डन के पास बैक से निकलकर घर लौट रही महिला से लूटपाट की थी। बताते चलें कि 20 सितंबर की रात करीब साढ़े आठ बजे दुकान बंद कर लौट रहे विपिन साहू को गोली मारी गई थी। आठ दिनों बाद मेडिकल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
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नशा के दौरान बनाया था प्लान :
पुलिस की पूछताछ में नैयर ने बताया है कि पकड़े गए सभी अपराधियों ने नशा के दौरान प्लान बनाया था। वे हर जुटकर अपराध की योजना बनाते थे। नैयर, जुल्फान, धमर्ेंद्र, अजीत, सुजीत और नवीन ने मिलकर 16 सितंबर को नेहरू स्टेडियम के पास पार्क में प्लान बनाया था। घटना से एक दिन पहले 19 सितंबर की सुबह सभी आइएसएम पुंदाग चौक पर पहुंचे थे। वहां से सबसे पहले नवीन कुमार को ले जाकर अरगोड़ा चौक के पास विपिन कुमार साहू का जेवर के दुकान दिखाया। शाम के समय दुकान बंद कर लौटने के दौरान लूट की कोशिश की। लेकिन साथ में चचेरा भाई जयप्रकाश साहू को देखकर लूट का प्लान कैंसल कर दिया। दूसरे दिन फिर 20 को जुटे और हर हाल में लूट लेने की योजना बनी थी।
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अपराधी बोले फोन पर बातचीत नहीं करना है :
प्लान के अनुसार पहले नैयर और नवीन विपिन की दुकान पर पहुंचे और निगरानी रखने लगे। वहा से रात आठ बजे जैसे विपिन घर के लिए निकले धमर्ेंद्र को कॉल कर जानकारी दी। धर्मेद्र कुमार को फोन पर जानकारी दी। इसके बाद सुजीत, धमर्ेंद्र और जुल्फान ने पुंदाग-नयासराय पुल के पास व्यवसायी को रोका। रोकने के लिए इशारा करने पर भी नहीं रुके। इसी वजह से धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद गोली मार दी। उनके पास जेवर और पैसा नहीं रहने की वजह से तीनों अपराधी खाली हाथ लौट गए थे। इसके बाद सभी धुर्वा डैम के पास जुटे और कहा कि किसी से घटना का जिक्र नहीं करना है। फोन पर बातचीत भी नहीं करना है।
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एसआइटी ने किया मामले का उदभेदन :
घटना के उद्भेदन के लिए एसएसपी ने एसआइटी का गठन किया था। एसआइटी में शामिल अधिकारियों ने पूरे मामले का खुलासा कर लिया। टीम में हटिया डीएसपी प्रभात रंजन बरवार, जगन्नाथपुर इंस्पेक्टर अनूप कर्मकार, पुंदाग ओपी प्रभारी जयकांत पांडेय, तुपुदाना ओपी प्रभारी तारीक अनवर, दारोगा सतीश कुमार गुप्ता, एएसआई शाह फैसल, सुनील कुमार सिंह, कमोद कुमार सिंह, दीपक कुमार, चुन्नू किस्कू, सुंदर लाल बिंधिया, रमेश उरांव सहित अन्य शामिल थे।