नमो एप का फीडबैक दिलाएगा भाजपाइयों को चुनाव का टिकट
नमो एप के माध्यम से भाजपा ने तीन-तीन लोकप्रिय नेताओं के नाम मांगे हैं और उनके कामकाज के आधार पर उन्हें रेटिंग देने को कहा है।
रांची, जेएनएन। भाजपा में अब टिकट जीत के पुराने ट्रैक रिकार्ड और दिल्ली तक की पहुंच भर से नहीं मिलेगा। अगले लोकसभा और विधानसभा में कमल का सिंबल भाजपा के कार्यकर्ताओं और आम जनता का फीडबैक तय करेगा। पार्टी ने नमो एप के माध्यम से देश का सबसे बड़ा सर्वे शुरू किया है, जिसमें सरकार के साथ-साथ भाजपा के सांसदों और विधायकों के कामकाज का फीडबैक मांगा गया है। स्पष्ट है कि अगले चुनावों में भाजपा ने जनता और कार्यकर्ताओं की पसंद से उम्मीदवार के चयन का निर्णय लिया गया है।
नमो एप के माध्यम से भाजपा ने तीन-तीन लोकप्रिय नेताओं के नाम मांगे हैं और उनके कामकाज के आधार पर उन्हें रेटिंग देने को कहा है। इसमें ईमानदारी और सत्य निष्ठा, लोगों तक जनप्रतिनिधि की पहुंच और विनम्रता तथा युवाओं और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता को आधार बनाया गया है। आम जनता भाजपा के विधायक और सांसद से कितना संतुष्ट है और क्या वे लोगों की समस्याओं का समाधान करते हैं, इसपर भी राय मांगी गई है। इसके अलावा आम लोगों से सड़क, बिजली, पीने का पानी, हेल्थ केयर, शिक्षा, राशन से संबंधित मुद्दे, रोजगार के अवसर, कानून व्यवस्था और स्वच्छता पर सरकार का भी फीडबैक मांगा गया है।
प्रदेश भाजपा ने अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को नमो एप ज्यादा से ज्यादा लोगों को डाउनलोड करने की जवाबदेही सौंपी है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव कहते हैं कि नमो एप पर मांगा गया यह फीडबैक टिकट का आधार बनेगा या नहीं यह कहना तो मुश्किल है। लेकिन भाजपा कांग्रेस के कल्चर के विपरीत जनता के सुझावों के मद्देनजर चलती है। जनता से मिले फीडबैक के आधार पर बेहतर करने के साथ-साथ कमियों को दुरुस्त किया जाता है।