तालाबों की सफाई के प्रति गंभीर नहीं नगर निगम
दिवाली व छठ पूजा से पूर्व तालाबों की सफाई के प्रति रांची नगर निगम गंभीर नहीं है।
जागरण संवाददाता, रांची : दिवाली व छठ पूजा से पूर्व तालाबों की सफाई के प्रति रांची नगर निगम गंभीर नहीं है। सफाई के नाम पर अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। 17 अक्टूबर को मेयर व डिप्टी मेयर ने छठ तालाबों का निरीक्षण किया तो नगर निगम के अधिकारी छठ तालाबों की सफाई के प्रति रेस हुए। हालांकि दो दिन बाद रविवार को तालाबों की सफाई का काम पूरी तरह ठप रहा। जेल तालाब में पिछले दो दिनों से नगर निगम के सफाईकर्मी पानी से घास निकालने की काम कर रहे थे। तालाब की सीढि़यों पर पानी के अंदर से निकाली गई घास के ढेर पड़े हैं। हालांकि अभी भी तालाब के चारों ओर पानी में लंबी-लंबी घास नजर आ रही है। तालाब परिसर में अब तक मूर्तियों व पूजा सामग्रियों के अवशेष भी पड़े हुए हैं।
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बड़ा तालाब की सफाई का काम बंद
बड़ा तालाब से छठव्रतियों की आस्था जुड़ी हुई है। प्रतिवर्ष दुर्गापूजा के बाद रांची नगर निगम बड़ा तालाब की सफाई के प्रति तत्पर रहता था। हालांकि इस वर्ष दुर्गा पूजा के बाद विसर्जित की गई, मूर्तियों व पूजा सामग्रियों का अवशेष निकालने के बाद तालाब की सफाई का काम बंद है। तालाब में जलकुंभी भरे पड़े हैं। तालाब की पानी भी काफी गंदा है। छठ घाट की सीढि़यां कई जगहों पर टूटी हुई हैं। सिर्फ यही नहीं कई जगहों पर सीढि़यों पर लगाए गए टाइल्स भी उखड़े हुए हैं। छठ घाट के समीप तालाब से निकाले गए जलकुंभी व पूजा सामग्रियों के ढेर खुले में पड़े हए हैं।
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तालाब के चारों ओर घास व झाड़ियों के ढेर
चडरी तालाब में छठ पूजा का भव्य आयोजन होता है। हालांकि सफाई के नाम पर रांची नगर निगम ने तालाब के पानी में फैली गंदगी की ही सफाई की है। तालाब परिसर के चारों ओर घास व झाड़ियां उग आई हैं। प्रतिवर्ष छठ पूजा से पूर्व इस तालाब की चारदीवारी का रंग-रोगन भी कराया जाता है। रविवार को स्थानीय लोग तालाब में मछली पकड़ते रहे। जबकि नगर निगम के सफाई कर्मी नदारद रहे।