Jharkhand Panchayat Election: मुखिया पद में लोगों की बढ़ी रुचि... अन्य पदों के लिए लोग उत्साहित नहीं... बढ़ रहा निर्विरोध निर्वाचन
Jharkhand Panchayat Chunav 2022 पिछले चुनाव में 21100 उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे निर्विरोध। इस बार संख्या 24 हजार से पार। सिर्फ मुखिया के चुनाव में उम्मीदवारों की बढ़ी रुचि। निर्विरोध निर्वाचन में आई कमी। अन्य तीन पदों में बढ़ी निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या।
नीरज अम्बष्ठ, रांची : झारखंड के पंचायत चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले दो चुनावों की वर्तमान पंचायत चुनाव से तुलना करें तो यह चिंताजनक तथ्य सामने आ रहा है। स्थिति यह है कि वर्ष 2015 में हुए पिछले पंचायत चुनाव में जहां 21,100 उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे, वहीं इस पंचायत चुनाव में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 24,224 हो गई है। राज्य में पंचायत की कुल सीटों के विरुद्ध लगभग 38 प्रतिशत सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। वहीं, 2,528 सीटों पर कोई नामांकन नहीं हुआ। इस तरह इस पंचायत चुनाव में 42 प्रतिशत सीटों पर निर्वाचन नहीं हो सका। जब किसी सीट पर किसी एक ही उम्मीदवार का नामांकन होता है या नामांकन पत्रों की जांच तथा नामांकन वापसी के बाद केवल एक ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में होता है तो उसे निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाता है।
निर्विरोध निर्वाचित होने वालों की संख्या बढ़ी
वर्ष 2010 में निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या 10,598 थी। वर्ष 2015 में यह संख्या बढ़कर लगभग दोगुनी कुल 21,110 हो गई थी। हालांकि उस समय सीटों की संख्या लगभग डेढ़ गुना बढ़ गई थी। इस साल हो रहे पंचायत चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 24,224 हो गई है, जबकि सीटों की संख्या में इस बार आंशिक कमी ही आई है। इस साल कुल 63,701 सीटों पर निर्वाचन हो रहा है, जबकि पिछले चुनाव में सीटों की संख्या 64,700 थी।
मुखिया चुनाव में लोग ले रहे ज्यादा रुचि
इस पंचायत चुनाव में विभिन्न पदों की बात करें तो मुखिया के चुनाव में लोगों की रुचि बढ़ी है, क्योंकि इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या पिछले चुनावाें की अपेक्षा कम हुई है। इस बार 16 मुखिया ही निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, जबकि पिछले चुनाव में ऐसे मुखिया की संख्या 31 थी। दूसरी तरफ, अन्य तीन पदों के निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़ी है। सबसे अधिक निर्विरोध निर्वाचन पंचायतों के वार्ड सदस्य तथा पंचायत समिति सदस्य की सीटों पर हुआ है। इसकी बड़ी वजह बताई जाती है कि वार्ड सदस्य व पंचायत समिति की वित्तीय शक्तियां नहीं के बराबर होती हैं।
इस बार एक हजार अधिक सीटों पर शून्य नामांकन
इस पंचायत चुनाव में पिछले चुनाव की अपेक्षा लगभग एक हजार अधिक सीटों पर शून्य नामांकन हुआ है। वर्ष 2015 में हुए चुनाव में 1,564 सीटों पर शून्य नामांकन हुआ था। इस बार 2,528 सीटों पर शून्य नामांकन हुआ है। इनमें वार्ड सदस्य की 2,489, मुखिया की 10, पंचायत समिति सदस्य की 27 तथा जिला परिषद सदस्य की दो सीटें शामिल हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद के अनुसार, इन सीटों पर उपचुनाव होगा। हालांकि किसी सीट पर यदि कोई पद आरक्षित है तथा वहां उस श्रेणी का मतदाता नहीं है तो इसपर उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी निर्णय लेंगे कि वहां उपचुनाव कराना है या नहीं। मुखिया के मामले में उपमुखिया को प्रभार मिल सकता है।
किस चुनाव में कितनी सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन
- पद -- वर्ष 2010 -- वर्ष 2015 -- वर्ष 2022
- वार्ड सदस्य - 10,434 -- 20,773 -- 23,697
- मुखिया -- 38 -- 31 -- 16
- पंचायत समिति सदस्य -- 122 -- 294 -- 506
- जिला परिषद सदस्य -- 04 -- 02 -- 05