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Monsoon 2022: मानसून के बाद भी झारखंड में कम हुई बारिश... 27 जून तक मेघ गर्जन के साथ वज्रपात; मौसम विभाग का अपडेट

Jharkhand Weather News मानसून के बाद भी झारखंड में 44 फीसदी कम बारिश हुई है। राज्य के सिर्फ सात जिलों में ही 60 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है। मौसम विभग ने 27 जून तक मेघ गर्जन के साथ वज्रपात वहीं 28 जून को भारी वर्षा की आशंका जताई है।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 07:13 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 07:14 AM (IST)
Monsoon 2022: मानसून के बाद भी झारखंड में कम हुई बारिश... 27 जून तक मेघ गर्जन के साथ वज्रपात; मौसम विभाग का अपडेट
Jharkhand Weather News: 27 जून तक मेघ गर्जन के साथ वज्रपात।

रांची, जासं। Jharkhand Weather News झारखंड में मानसून की वर्षा में शुक्रवार को 44 फीसदी की कमी दर्ज की गई और सात जिले 60 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार जब 18 जून को झारखंड में मानसून पहुंचा तो वर्षा की कुल कमी 50 प्रतिशत थी। झारखंड में अच्छी वर्षा होने के कारण 22 जून को वर्षा की कमी 39 फीसदी पर आ गई। इसके बाद वर्षा की तीव्रता में कमी आई और शुक्रवार को कमी बढ़कर 44 प्रतिशत तक हो गई।

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राज्य में इस दौरान 132.2 मिलीमीटर की सामान्य वर्षा के मुकाबले एक से 24 जून तक 74.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। राज्य के 24 जिलों में से केवल तीन जिलों - पश्चिमी सिंहभूम ( 2 प्रतिशत), धनबाद (-10 प्रतिशत) और दुमका (-18 प्रतिशत) में वर्षा सामान्य है। कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि वर्षा कमजोर है, लेकिन इसका खरीफ की फसलों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने किसानों को बरसाती फसलों के लिए अपने खेतों को तैयार रखने का सुझाव दिया।

मानसून के देरी से आने के कारण वर्षा की कमी

रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड में मानसून के देरी से आने के कारण वर्षा की कमी दिख रही है। मौसमी बरसात की मात्रा एक जून से गिनी जाती है, जबकि मानसून राज्य में 18 जून को आया था। यह कमी जून में जारी रह सकती है, लेकिन जुलाई में स्थिति में सुधार होगा।

उन्होंने कहा कि झारखंड में मानसून की प्रगति सामान्य है, न तो मजबूत और न ही कमजोर है। वर्षा की तीव्रता हवा की प्रवृत्ति में बदलाव और बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण 27 जून से बढ़ सकती है।

इस जिलों में दर्ज की गई वर्षा की कमी

मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, गढ़वा और चतरा जिलों में सबसे अधिक क्रमश: 88 फीसदी और 86 फीसदी वर्षा की कमी दर्ज की गई है। जबकि खूंटी, हजारीबाग, पलामू, रामगढ़ और साहिबगंज में वर्षा में 60 प्रतिशत से अधिक वर्षा की कमी दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में लातेहर जिले में सबसे अधिक 38 मिमी और इसके बाद डाल्टनगंज में 22.2 मिमी वर्षा हुई।

मौसम पूर्वानुमान, 27 जून तक मेध गर्जन के साथ वज्रपात

मौसम पूर्वानुमान में 27 जून तक कुछ जगहों पर मेघ गर्जन के साथ वज्रपात होगा। वहीं, 28 जून को दक्षिण पश्चिम भाग में कुछ जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है। साथ ही जिले के कुछ स्थानों पर तेज हवा, जिसकी गति 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक देखी जा सकती है। दक्षिण पश्चिमी मानसून की सक्रियता के बीच कई जगहों पर शुक्रवार को मेघ गर्जन के साथ वज्रपात हुआ। इस दौरान रांची सहित कुछ स्थान पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई। मौसम केंद्र के मुताबिक राज्य में अभी साइक्लोनिक सरकुलेशन भी कायम है। इससे आसमान में बादल छाए हुए हैं और मेघ गर्जन के साथ वज्रपात भी हो रहा है।

इधर, शुक्रवार को रांची, खूंटी, हजारीबाग, कोडरमा, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, दुमका, पूर्वी एवं पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, लातेहार, गढ़वा, मेदिनीनगर, चतरा जिला में कई स्थान पर मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ वर्षा हुई। फिलहाल वर्षा के बाद मौसम सुहाना बना हुआ है।


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