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झारखंड में मानसून समय पर आने की संभावना, कृषि मौसम विज्ञान केंद्र ने किसानों को दिए निर्देश; जानें

बीएयू के कृषि मौसम एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग ने मौसम खेती परामर्श बुलेटिन जारी किया है। विभाग के अध्यक्ष एवं ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डा अब्दुल वदूद ने अगले पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान में आकाश में हल्के बादल रहने की बात कही।

By Vikram GiriEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 07:46 AM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 07:54 AM (IST)
झारखंड में मानसून समय पर आने की संभावना, कृषि मौसम विज्ञान केंद्र ने किसानों को दिए निर्देश। जागरण

रांची, जासं । बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग ने मौसम खेती परामर्श बुलेटिन जारी किया है। विभाग के अध्यक्ष एवं ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डा अब्दुल वदूद ने अगले पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान में आकाश में हल्के बादल रहने और कहीं – कहीं हल्की बूंदा –बांदी होने की बात कहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मानसून पूर्व अच्छी वर्षा हुई है। झारखंड में इस वर्ष समय पर मानसून की वर्षा आने की संभावना है।

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बुलेटिन में किसानों को खरीफ फसलों की सफल खेती की तैयारी शुरू करने के लिए कहा गया है। किसानों को खेतों की जुताई खेतों के ढाल के विपरीत दिशा में करने और खेतों के मेड को दुरूस्त करने की सलाह दी गई है। मानसून वर्षा जल के संचयन के लिए खेत के निचले भाग में छोटे-छोटे गड्डे (डोभा) का निर्माण, खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए हरी खाद वाली फसलों की बुआई करने तथा पहले से लगाई गयी विभिन्न सब्जियों/फसलों में नमी को ज्यादा दिनों तक संरक्षित रखने के लिए खेतों की निकाई – गुडाई जरूर करने तथा साफ मौसम में खड़ी फसल में यूरिया का भूरकाव करने की सलाह दी गयी है।

डा अब्दूल वदूद ने बताया कि किसानों को फल या लकड़ी के पौधों को लगाने के लिए गड्डे की खुदाई कर लेनी चाहिए। बंजर भूमि को उपयोगी बनाने के लिए फल वृक्ष या दरख्त वाले पेड़ को लगाने की सलाह दी गयी है। किसानों को पपीता की व्यावसायिक खेती की शूरूआत हेतु पॉलिथीन के थेले में मिट्टी तथा सडी गोबर की खाद मिलाकर भर देने और बीज डालने के बाद आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहने की सलाह भी दी गयी है।


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