भालोटिया इंजीनियरिंग वर्क्स ने नहीं किया काम, अब रैयत को वापस करनी होगी जमीन; मंत्री ने दिया आदेश
Bhalotia Engineering Works Pvt Ltd Jamshedpur News जमीन जमशेदपुर के बिष्टूपुर में अधिग्रहीत की गई थी। मूल रैयत विजय सिंह को जमीन वापस होगी। सीएनटी एक्ट के तहत यह कार्रवाई की जा रही है। आज बुधवार को मंत्री ने यह आदेश दिया।
रांची, राज्य ब्यूरो। पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर में स्थित बिष्टुपुर में 5.63 एकड़ जमीन आवंटित किए जाने के बाद भी काम शुरू नहीं करने पर भालोटिया इंजीनियरिंग वर्क्स लिमिटेड को अब यह जमीन रैयतों को वापस करनी होगी। बुधवार को अनुसूचित जाति-जनजाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चंपाई सोरेन ने यह आदेश जारी किया। कंपनी सोनारी थाना क्षेत्र के खूंटाडीह निवासी रैयत बिजोय सिंह को कुल जमीन वापस करेगी।
चंपाई सोरेन को छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम 1908 की धारा-49(5) के तहत सरकार की ओर से सीएनटी एक्ट से जुड़े भूमि विवाद मामलों में पीठासीन अधिकारी के रूप में सुनवाई व निर्णय के लिए अधिकृत किया गया है। मामले की सुनवाई के बाद पीठासीन अधिकारी के न्यायालय ने जमीन के अधिग्रहण के बाद भी उसका उपयोग नहीं करने पर यह निर्णय लिया है। सोरेन ने कहा है कि भालोटिया इंजीनियरिंग वर्क्स लिमिटेड ने अधिग्रहीत भूमि पर किए गए करार के अनुसार कार्य नहीं किया है।
मोमेंटम झारखंड के वक्त ली थी जमीन
सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अशोक भालोटिया ने पारडीह स्थित काली मंदिर के पास 'मोमेंटम झारखंड' के दौरान फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए शहरबेड़ा में सोनारी के खूंटाडीह निवासी बिजॉय सिंह से 5.63 एकड़ की जो जमीन ली थी। 19 अगस्त 2017 को जमशेदपुर के गोपाल मैदान में आयोजित मोमेंटम झारखंड के समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 74 कंपनियों के शिलापट का अनावरण किया था। इसमें भालोटिया की यह कंपनी भी शामिल थी।
एकलव्य विद्यालय के निर्माण में गड़बड़ी को लेकर पीआइएल
एकलव्य आवासीय विद्यालय के निर्माण के लिए टेंडर में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है। प्रार्थी भीष्म सिंह की ओर से अधिवक्ता विजय शंकर ने उक्त जनहित याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है एकलव्य आवासीय विद्यालय के निर्माण के लिए जारी टेंडर में गड़बड़ी हुई है। इसलिए इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
विश्व में हिंदी है दूसरी शक्तिशाली भाषा
गोस्सनर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर हिंदी विभाग तथा जनसंचार विभाग की ओर से हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. आशा रानी केरकेट्टा ने कहा कि चीन की मन्दारिन भाषा के बाद हिंदी भाषा दूसरी सबसे शक्तिशाली भाषा है। देश में हिंदी बोलने, समझने व पढ़ने वालों की संख्या करीब 75 प्रतिशत है। हिंदी भाषा में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया तथा कहा कि हिंदी में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। हिंदी भाषा जन-जन की भाषा है तथा यह हमारे अस्तित्व व अस्मिता का अभिन्न अंग है।