आपके काम की खबर, बैंक ऑफ बड़ौदा-विजया हो या देना बैंक-कहीं भी करें कैश जमा
Bank of Baroda and vijaya bank merger. विजया देना व बीओबी के ग्राहकों को मिनिमम बैंकिंग की सुविधा इसी माह से मिलेगी।
रांची, [विक्रम गिरी]। विजया, देना और बैंक ऑफ बड़ौदा के अमलगम( बैंकों के विलय) की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एक अप्रैल से देना और विजया बैंक की शाखाओं के बोर्ड में आपको नाउ बैंक ऑफ बड़ौदा लिखा देखने को मिलेगा। जिसका मतलब यह होगा कि यह बैंक ऑफ बड़ौदा हो गया है। इसके अलावा इस माह के अंत तक विजया, देना और बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्र्राहकों को मिनिमम बैंकिंग की सुविधाएं भी मिलनी शुरू हो जाएगी।
इसके बाद इन तीनों बैंकों के ग्र्राहक इनमें से किसी भी बैंक में 49,999 हजार रुपये तक का कैश जमा, निकासी, आरटीजीएस, एनईएफटी कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें जिस बैंक में खाता है वहां जाने की अनिवार्यता नहीं रहेगी। अप्रैल माह के अंत तक इन बैंकों के ग्र्राहक तीनों में से किसी भी बैंक से मिनिमम बैंकिंग कर सकेंगे।
शाखाओं को बंद करने का अभी नहीं हुआ है फैसला
अमलगम(शाखाओं के विलय) के बाद विजया और देना बैंक की कितनी शाखाएं बंद की जाएंगी, इसको लेकर अभी फैसला नहीं लिया गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा के जीएम राजेंद्र कुमार ने बताया कि बैंकों के विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद देखा जाएगा कि किस-किस नजदीकी शाखा को बंद किया जाए। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि बैंकों के आइटी इंटीग्र्रेशन का काम चल रहा है। जिसको पूरा होने में 18 माह का समय लगेगा। इसके बाद बैंकों का पूरी तरह से विलय हो जाएगा।