Move to Jagran APP

सरना धर्म कोड की मांग को लेकर प्रतिनिधि सभा की बैठक आज, जंतर-मंतर पर सत्याग्रह कल

केंद्र सरकार पर सरना धर्म कोड लागू करने के ल‍िए दबाव। आदिवासी समाज सरना धर्म रक्षा अभियान के बैनरतले जुटान। सोमवार को होगी प्रतिनिधि सभा की बैठक मंगलवार को जंतर-मंतर पर सत्याग्रह। एक जैसे पारंपरिक परिधान में रहेंगे सभी। ड्रेस कोड जारी।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 06:17 AM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 06:17 AM (IST)
सरना धर्म कोड की मांग को लेकर प्रतिनिधि सभा की बैठक आज, जंतर-मंतर पर सत्याग्रह कल
सरना धर्म कोड लागू करने की मांग करते आद‍िवासी समुदाय के लोग। जागरण

रांची, (राज्य ब्यूरो) : वर्ष-2021 की जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग सरना धर्म कोड कालम की मांग को लेकर राष्ट्रीय आदिवासी समाज सरना धर्म रक्षा अभियान के बैनर तले विभिन्न आदिवासी संगठनों का दिल्ली में जुटान हो रहा है। इसमें दिल्ली सरना समाज की भी मदद मिल रही है। छह और सात दिसंबर को आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधि नई दिल्ली में एकजुट होकर अलग सरना धर्म कोड के लिए केंद्र पर दबाव बनाएंगेे।

loksabha election banner

सरना धर्म कोड की मांग कर रहे आदिवासी संगठनों ने इस आंदोलन का नाम दिल्ली दस्तक रखा है। इसके तहत सोमवार छह दिसंबर को गांधी पीस फाउंडेशन में संगठन के प्रतिनिधि सभा की बैठक होगी। इसके बाद सात दिसंबर को जंतर-मंतर पर सत्याग्रह होगा।

झारखंड के प्रतिनिधिमंडल में शामिल डा. करमा उरांव ने बताया कि सत्याग्रही महिलाओं और पुरुषों को आदिवासियों के पारंपरिक परिधान में दिल्ली पहुंचने को कहा गया है। महिलाएं लाल पाड़ की साड़ी और पुरुष प्रतिनिधि सफेद शर्ट, सरना गमछा और सफेद धोती में कार्यक्रम में भाग लेंगे। सभी को सत्याग्रह मेंं सरना झंडा भी साथ लाने को कहा गया है।

झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में एक साल पहले ही आदिवासी सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित हो चुका है। अब विभिन्न आदिवासी संगठन केंद्र सरकार पर इसे लागू करने के लिए दबाव बनाने की रणनीति में जुटे हैं। इनकी मांग है कि सरना धर्म को मानने वाले प्रकृति के पूजक हैं। इन्हें जनगणना के कालम में अलग धर्म के रूप में चिन्हित किया जाना चाहिए। पूर्व में इसका प्रविधान था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.