रिम्स में मेडिकल छात्रा भी हुई मलेरिया की शिकार, रांची में चिकनगुनिया के 300 से ज्यादा मरीज
झारखंड में राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) के हॉस्टल में रहने वाली मेडिकल स्टूडेंट मलेरिया की शिकार हो गई है।
रांची, जेएनएन। झारखंड में राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) रांची जहां दूसरों का इलाज कर रहा है, वहीं खुद उसके हॉस्टल में रहने वाली मेडिकल स्टूडेंट मलेरिया की शिकार हो गई है। रिम्स की थर्ड ईयर की मेडिकल स्टूडेंट सोनी हेंब्रम के गंभीर रूप से बीमार होने की खबर है। जांच के दौरान रांची में चिकनगुनिया से पीड़ित 302 मरीज पाए गए हैं। इस बीच, डेंगू से एक व्यवसायी की मौत की मौत की खबर हैं, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
छात्रा की मेडिकल रिपोर्ट में शरीर में जगह-जगह ब्लड क्लॉटिंग होने की बात आ रही है। साथ ही, रह रह कर झटका आने की बात डॉक्टर कह रहे हैं। साथी चिंतित हैं। बीमार छात्र चाईबासा की रहने वाली है। डॉक्टर अजीत ने बताया कि चिकनगुनिया और डेंगू की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है, लेकिन मलेरिया होने या इंसेफलाइटिस होने की संभावनाओं के मद्देनजर इलाज किया जा रहा है।
स्टूडेंट के पिता नहीं हैं और माँ की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हैं। ऐसे में साथी ही अपने स्तर पर मदद में जुटे हैं। इसमें जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन आर्थिक मदद करने की तैयारी कर रहा है।
617 मरीजों की हुई जांच, 64 का लिया गया ब्लड सैंपल
शनिवार को शहर के 15 विभिन्न स्थलों पर चिकनगुनिया व डेंगू से पीड़ित मरीजों की जांच के लिए मेडिकल कैंप लगाया गया। इस दौरान 15 चिकित्सकों व 45 पारा मेडिकल स्टाफ ने 617 मरीजों की जांच की ओर 64 संदिग्ध मरीजों के रक्त का नमूना संग्रहित किया। अब तक चिकनगुनिया के 746 सैंपल कलेक्ट किए जा चुके हैं। जांच के क्रम में चिकनगुनिया से पीड़ित 302 मरीज पाए गए हैं। डेंगू से संबंधित 737 सैंपल कलेक्ट किए जा चुके हैं। 33 मरीज डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं।
27 मरीज वैसे हैं जो चिकनगुनिया व डेंगू, दोनों प्रकार की बीमारी से पीड़ित हैं। चिकित्सकीय टीम ने बताया कि शनिवार को 106 घरों का सर्वेक्षण किया गया। इनमें से 22 घरों में डेंगू मच्छर के प्रजनन केंद्र पाए गए। घरों के अंदर पानी से भरे 235 कंटेनरों की भी जांच की गई। 30 कंटेनर में डेंगू व चिकनगुनिया मच्छर के लार्वा मिले।