विकास की असीम संभावना, व्यापार जगत की चिंता करे सरकार
गोदाम खोलने के लिए बड़े प्लॉट और बाहरी इलाकों में अभी कुछ बड़े गोदाम हैं, लेकिन व्यवसाय जगत की मांग के लिहाज से अभी और जरूरत है।
By Krishan KumarEdited By: Published: Thu, 09 Aug 2018 10:42 AM (IST)Updated: Thu, 09 Aug 2018 10:42 AM (IST)
झारखंड की तरह ही रांची में विकास की असीम संभावनाएं हैं, खासकर उद्योग के क्षेत्र में। उद्योगों से न सिर्फ क्षेत्र का विकास होता है बल्कि लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार भी मिलता है। इस तरह उद्योगों के खुलने से सरकार की एक बड़ी चिंता दूर होती है और वह चिंता है लोगों को रोजगार मुहैया कराने की। ऐसे में सरकार का नैतिक दायित्व बनता है कि वह उद्योगों, व्यापार जगत की चिंता करे और इनके फलने-फूलने का माहौल तैयार करे। ऐसे प्रयासों से रांची को लेकर दूर-दूर तक बेहतर सोच विकसित होगी और एक बेहतर वातावरण का निर्माण हो सकेगा।
गोदाम खोलने के लिए बड़े प्लॉट और इलाके तय हों रांची के बाहरी इलाकों में अभी कुछ बड़े गोदाम हैं, लेकिन यहां के व्यवसाय जगत की मांग के लिहाज से अभी और जरूरत है। सरकार ने मोमेंटम झारखंड के क्रम में कुछ इलाकों की पहचान की है, जिसे और उपयोगी बनाने के लिए व्यवसायियों को जोड़ने की जरूरत है। सड़कों का निर्माण हो, इन इलाकों से शहर तक का आवागमन सुगम हो और सुरक्षा का प्रबंध भी। ऐसे इलाकों की तलाश की जाए जहां से कृषि प्रभावित न हो तो स्थानीय लोगों का साथ भी मिलेगा।
पठारी इलाका होने के कारण ऐसे इलाकों की कोई कमी भी फिलहाल नहीं दिखती। गोदाम खुल जाने से बड़ी-बड़ी कंपनियों को झारखंड में एक ठौर मिलेगा और व्यवसाय को बढ़ावा।
निर्माण उद्योग के लिए जगह है, इसे व्यवसायियों को दे दें
औद्योगिक विकास क्षेत्र में कई सिक यूनिट वर्षों से बंद पड़ी हैं और इनकी जमीन का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। कई उद्योग संयुक्त बिहार के समय से बंद हैं। इन सभी उद्योगों से संबंधित विवादों को खत्म करते हुए जमीन का आवंटन नए उद्योगों को किया जाए। इससे निर्माण उद्योगों का विकास हो सकेगा और बेकार पड़ी जमीन का सही उपयोग भी।
नए उद्योगों को यहां भी आवश्यकता के अनुरूप सुविधा मुहैया कराना होगा। बिहार सरकार से भी बात हो और जमीन के लिए सरकार चाहे तो ऑक्शन करने की विधि अपना ले। बिहार स्टेट फाइनेंशियल कॉरपोरेशन से संबद्ध कई उद्योग भी झारखंड सरकार को अपने कब्जे में ले लेना चाहिए।
छोटे-मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करे सरकार
निर्माण उद्योग से इतर एक अन्य उद्योग है, जो बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मुहैया करा रहा है और वह है पुर्जे जोड़ने से संबंधित उद्योग। रांची में ई-रिक्शा, साइकिल आदि उद्योगों के लिए एसेंबल यूनिट की बहुत आवश्यकता है। इसके लिए सरकार पहल करे तो कई इकाइयां खुल सकती हैं और थोड़े से प्रशिक्षण से लोगों को रोजगार मिलेगा, एक बेहतर जीवन का मौका भी। इससे यहां के लोगों के करोड़ों रुपये बचाए भी जा सकेंगे। फिलहाल जब दूसरे राज्यों में तैयार उत्पाद हम खरीदते हैं तो राशि का लाभ वहां की सरकार को मिल जाता है।
पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल जरूरी
सरकार के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल आवश्यक है। इससे लाखों की संख्या में हम सैलानियों को रांची बुला सकेंगे तो दूसरी ओर आमदनी भी बढ़ेगी। रांची के चारों ओर प्राकृतिक सौंदर्य का प्रचुर भंडार है। झरने, झील, पहाड़, नदियां और न जाने क्या-क्या लोगों को आकर्षित करते हैं। छोटे स्तर के फिल्मकार इन इलाकों में शूटिंग करते यदा-कदा दिख जाते हैं। सरकार चाहे तो इसे व्यावसायिक रूप दे सकती है और कमाई के साथ-साथ रोजगार का अवसर भी मिलेगा।
रांची के कई मंदिर बाहर से आने वाले लोगों को भी आकर्षित करते हैं। स्टेडियम में मैच देखने हजारों किलोमीटर से लोग रांची पहुंचते हैं, लेकिन हम अपने प्राकृतिक सौंदर्य के बावजूद उन्हें रोकने में असफल हैं। कुछ इलाके बेहतर हैं भी तो वहां तक पर्यटकों को पहुंचाने में कहीं न कहीं असुरक्षा की भावना हावी है। इसे दुरुस्त करना होगा।
विकास सिंह
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