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रांची शहर के विकास में सीसीएल भी ऐसे निभा रही अहम भूमिका

सीसीएल अपने कल्याणकारी, कायाकल्प योजनाओं के माध्यम से समाज के हर तबके, वर्ग और व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

By Krishan KumarEdited By: Published: Sat, 01 Sep 2018 06:00 AM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 05:40 PM (IST)

अपने शहर को सुंदर और शानदार बनाने और उसमें अपनी भूमिका तय करने की चाहत हर व्यक्ति व संस्थान में होनी चाहिए। महारत्न कंपनी सीसीएल भी राजधानी रांची समेत अपने तमाम परियोजना क्षेत्रों में काम कर अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का लगातार निर्वहन करती है। हम अपने कल्याणकारी, कायाकल्प योजनाओं के माध्यम से समाज के हर तबके, वर्ग एवं व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए। हमने सामाजिक विकास, मानवता और जनकल्याण को मूलमंत्र मानते हुए विगत वर्षों में अपनी अधिकतम ऊर्जा सामाजिक एवं समावेशी विकास के लिए लगाई है। विकास यात्रा को निरंतर आगे बढ़ाने के साथ-साथ स्वविकास और स्वरोजगार की दिशा में कई कार्य किए हैं।

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इन योजनाओं का लोगों को मिल रहा लाभ

सीसीएल के लाल और सीसीएल की लाडली योजना: इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों का चयन कर हमारे अपने इन बच्चों को इंजीनियरिंग कॉलेज की प्रवेश परीक्षा के लिए कोचिंग मुहैया कराते हैं। पिछले पांच वर्षों में इन बच्चों ने देश के विख्यात इंजीनियरिंग कॉलेजों जैसे आई.आई.टी एवं एन.आई.टी. में प्रवेश अर्जित कर न सिर्फ अपने परिवार बल्कि सी.सी.एल. एवं झारखंड का भी नाम रौशन किया है। इस वर्ष ''सीसीएल के लाल के (2015-17 बैच) 05 छात्रों (45) ने आईआईटी प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त कर एक नया इतिहास रचा है। इस वर्ष भी 12 छात्रों (48) ने जेईई मेन में सफलता प्राप्त की, जिसमें से 3 छात्रों ने अंतत: आईआईटी में प्रवेश प्राप्त किया। छात्र-छात्राओं का चयन कर उनकी पढ़ाने और आवास व भोजन की पूरी व्यवस्था कंपनी कर रही है।

सीसीएल के लाल एवं लाडली की अभूतपूर्व सफलता देखते हुए, इस योजना का दायरा बढ़ा दिया गया है। बीसीसीएल एवं सीसीएल कमांड क्षेत्रों में सात केन्द्र खोले गये हैं जहं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आधारित स्मार्ट क्लासेज माध्यम से बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है जिसका शुभारंभ स्वयं माननीय केंद्रीय कोयला, रेल, वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री (भारत सरकार), पीयूष गोयल द्वारा किया गया। प्रत्येक केन्द्र पर 50 बच्चों को कोचिंग सेवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।

खेलगांव में स्पोर्ट्स एकेडमी
राज्य सरकार और सीसीएल की संयुक्त पहल पर संचालित खेल अकादमी ने बहुत कम अवधि में लम्बी दूरी तय करते हुए, अपना नाम राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कई प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं के रूप में अंकित किया है। खेल अकादमी की शुरुआत जुलाई 2016 में हुई। राज्य के सुदूर, पिछड़े और वंचित क्षेत्रों से आने वाले इन युवा कैडेट्स ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर अपनी प्रतिभा, अपने कोच के मार्गनिर्देशन, सीसीएल और राज्य प्रशासन के प्रयासों एवं हमारे माननीय प्रधानमंत्री की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं।

वर्तमान में खेल अकादमी में एथलेटिक्स, कुश्ती, तीरंदाजी, तायक्वोंडो, शुटिंग, बॉक्सिंग, साईकिलिंग, वेटलिफ्टींग और फुटबॉल में 348 स्पोर्ट्स कैडेटों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन बच्चों के रहने-खाने, स्कूलिंग, कोचिंग आदि का पूरा खर्चा खेल अकादमी वहन करता है। इन चयनित बच्चों को पांच सौ रूपये प्रति माह स्टाईपेंड भी दिया जाता है। ''मिशन ओलंपिक मेडल 2024 के तहत इन बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोच द्वारा प्रशिक्षण एवं विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।

पेयजल के क्षेत्र में अनूठी पहल
सीसीएल के खदानों में लगभग 25 हजार मिलियन क्यूबिक मीटर उपलब्ध पानी से सीसीएल के कमांड क्षेत्रों के साथ-साथ राज्य की पेयजल की समस्या के निवारण हेतु पिछले वर्ष झारखंड सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इसके अंतर्गत खनन के बाद बंद खदानों में एकत्रित जल को उचित ट्रीटमेंट कर खदान के आसपास के गांवों एवं बस्तियों में रह रहे आमजन को पेयजल तथा सिंचाई के लिए उपलब्ध करायी जाएगी। समझौता ज्ञापन कोयला खदानो के आसपास रहने वाले आमजन के कल्याण के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। इस समझौते के अंतर्गत जल ट्रीटमेंट (आरओ ट्रीटमेंट) के बाद लोगों को आपूर्ति की जाएगी। वर्तमान में 74 गांवों को पेयजल एवं सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराया जा रहा है।

भारतीय थल सेना में भर्ती हेतु सैन्य प्रशिक्षण हेतु पहल योजना
इसके तहत सेना में जाने के इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण व सुविधाएं देकर उन्हें देश सेवा के साथ-साथ रोजगार के लिए भी तैयार किया जाता है। समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर लगाना और लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना रांची और अपने कमांड क्षेत्रों और आसपास के ग्रामीण अंचलों में हम न सिर्फ उत्तम और नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराते हैं बल्कि नियमित रूप से विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करते हैं। सीएसआर के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के चिकित्सा शिविर मुख्यालय रांची और अपने कमांड क्षेत्र में समय-समय पर आयोजित होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में सीसीएल द्वारा नियमित रूप से नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर पिछले चार वर्षों में 2297 स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से लगभग 04 लाख 60 हजार से भी ज्यादा जरूरतमंद लोग लाभान्वित हुए हैं। सीसीएल ने स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु झारखंड के 60 गांवों को गोद भी लिया है।

बीपीएल परिवार एवं अन्य जरूतमंदों को ''जन आरोग्य केंद्र, गांधीनगर में भी नि:शुल्क चिकित्सीय सुविधा प्रदान की जाती है। गांधीनगर अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी क्लीनिक में झारखंड का कोई भी नागरिक माह में एक बार एम्स दिल्ली, मैक्स दिल्ली एवं यशोदा अस्पताल, हैदराबाद से आए विषेषज्ञ चिकित्सकों से अपना नि:शुल्क इलाज करा सकते हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य
सीसीएल कमांड क्षेत्र में संचालित 14 डीएवी पब्लिक स्कूल, एक सेंट्रल स्कूल सहित 43 अनुदान प्राप्त स्कूलों में लगभग 35 हजार बच्चों को सैकंडरी स्कूल तक की शिक्षा दी जा रही है। इसके अलावा कायाकल्प पब्लिक स्कूल की शुरुआत 30 जरूरतमंद बच्चों के साथ बुकरू, रांची में नए वर्ष में 15 जनवरी को की गई। प्रारंभ में सभी बच्चों का कक्षा 01 में दाखिला लिया गया है बाद में इसे 12वीं तक किया जाएगा। यह पहला स्कूल है जहं बच्चों के नामांकन की योग्यता गरीब बच्चा होना है और उसे इस स्कूल में नामांकन का पहला अधिकार मिलता है और नामांकन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है। जब छात्र 9वीं कक्षा में प्रवेश करेंगे तो उन्हें आईटीआई, मेडिकल, इंजीनियिरिंग आदि की कोचिंग भी करायी जाएगी।

रोजगार सृजन
सीसीएल ने पिछले चार वर्षों में 3571 रोजगार उपलब्ध कराया है। दिसंबर 2018 तक झारखंड के 1500 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही आगामी दो वर्षों में लगभग दो हजार रोजगार सृजन करने की संभावना है।

आईटीआई, भुरकुंडा
तकनीकी प्रशिक्षिण एवं रोजगार कार्यक्रम भी हमारी कायाकल्प योजनाओं का एक महत्वपूर्ण अंग है। सीसीएल ने इस दिशा में भुरकुन्डा में आईटीआई की स्थापना की है जहां परियोजना प्रभावित परिवारों के बच्चों को दो साल का इलेक्ट्रिशियन ट्रेड में आईटीआई डिप्लोमा का प्रशिक्षण दिया जाता है। वर्ष 2014-16 में 17, वर्ष 2015-17 में 19 बच्चे इलेक्ट्रिशियन ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं, दोनों बैचो को शत-प्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान दो सत्र (2016-18 एवं 2017-19) के बैचों में 41 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

ये योजनाएं भी कर रहीं लोगों की जिंदगी आसान

  • मल्टी स्किल डेवलेपमेंट सेंटर
  • दिव्यांग सेन्टर
  • ओल्ड एज होम
  • हृदय सुरक्षा अभियान
  • रोजगार मेला
  • कई क्षेत्रों में इको पार्क की स्थापना

गोपाल सिंह
सीएमडी, सेंट्रल कोलफिल्ड्स लिमिटेड, रांची


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