फिटनेस पर ध्यान दे रहे धौनी, टेनिस खेलने पहुंचे जेएससीए; दो माह में तय करेंगे अपना भविष्य
Jharkhand. धौनी के संन्यास लेने की चर्चाओं के बीच भारतीय टीम के पूर्व कप्तान शनिवार को रांची स्थित जेएससीए क्रिकेट स्टेडियम पहुंचे।
रांची, जासं। क्रिकेट से संन्यास लेने और राजनीति की पारी शुरू करने की तमाम अटकलों से दूर और निश्चिंत भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी रांची में अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं। वर्ल्ड कप के बाद रांची में आराम कर रहे माही नहीं चाहते हैं कि उनके फिटनेस को लेकर कोई सवाल खड़ा करे। 38 साल के धौनी ने शुक्रवार को जहां रात में दो घंटे जिम में पसीना बहाया, वहीं शनिवार की सुबह सात बजे से दस बजे तक खूब मेहनत किया। इस दौरान उन्होंने जिम किया, उसके बाद टेनिस में हाथ आजमाए। शनिवार की सुबह माही लगभग सात बजे जेएससीए स्टेडियम पहुंचे।
अपनी चिरपरिचित मुस्कान के साथ लोगों से वे मिले, फिर जिम चले गए। वहां पसीना बहाने के बाद वे टेनिस कोर्ट पहुंचे और वहां खेल रहे खिलाडिय़ों के साथ डेढ़ से दो घंटे तक अभ्यास किया। अभ्यास करने के बाद वे युवा खिलाडिय़ों से मिले, उनके साथ तस्वीरें खिंचाई व ऑटोग्राफ दिए। इस दौरान उन्होंने न क्रिकेट की बात की, ना ही संन्यास को लेकर कोई चर्चा की। माही के करीबी सूत्रों की मानें तो माही कोई बड़ा निर्णय लेने से पहले अपनी फिटनेस लेवल को देखना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने बीसीसीआइ से दो माह का ब्रेक लिया है।
वे अगले दो महीने टैरिटोरियल आर्मी के पैराशूट रेजिमेंट के साथ बिताएंगे, ताकि वह अपनी फिटनेस जांच सके। धौनी टैरिटोरियल आर्मी के पैराशूट रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। माही नहीं चाहते कि वे किसी युवा खिलाड़ी का रास्ता रोकें। वे अपनी फिटनेस के आधार पर ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। इसलिए उन्हाेंने वेस्टइंडीज दौरे से खुद को अलग रखा। माही ने अपनी कप्तानी में सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर जैसे दिग्गज खिलाडिय़ों की फिटनेस पर सवाल खड़े किए थे। सूत्रों ने बताया कि वह नहीं चाहते कि कोई उनकी फिटनेस को लेकर प्रश्न करे।
शुक्रवार को धौनी दिन भर घर में रहे और अपना समय बेटी जीवा के साथ खेलकर बिताया। हालांकि, दोपहर बाद एक-दो मित्र माही से मिलने पहुंचे लेकिन थोड़ी देर में ही वे चले गए। माही ने दोस्तों को भी ज्यादा समय नहीं दिया। चाहे टेस्ट कप्तानी छोड़ने का मसला हो या फिर एकदिनी या टी-20 कप्तानी त्यागने की बात हो, सारे निर्णय उन्होंने स्वयं लिया है।