Jharkhand Lockdown: CM हेमंत ने 13 मई तक बढ़ाया झारखंड में लॉकडाउन, यहां देखें नए नियम
Jharkhand Lockdown बिहार और ओडिशा में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा के बाद आज झारखंड में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को बड़ा एलान किया है। इससे पहले झारखंड में 22 से 29 और 29 से छह मई तक लॉकडाउन लगाया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Lockdown झारखंड में लॉकडाउन एक हफ्ते और बढ़ा दिया गया है। मौजूदा पाबंदियों के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने फिर एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है। राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सीएम हेमंत ने बुधवार को आपदा प्रबंधन प्राधिकार की उच्चस्तरीय बैठक में यह बड़ा फैसला लिया है। अब 13 मई तक झारखंड में लॉकडाउन प्रभावी रहेगगा। इस दौरान पूर्व की तमाम बंदिशें लागू रहेंगी। सभी दुकानें दिन के दो बजे तक ही खुलेंगी। बैंक भी दोपहर दो बजे तक ही खुला रहेगा। एटीएम को अनिवार्य सेवाओं में गिनते हुए दिन-रात खुला रखने की छूट दी गई है। सरकार ने मानसून पूर्व की तैयारियों को देखते हुए इस बार वन विभाग को खासी छूट दी है। वन विभाग के दफ्तर बरसात के पूर्व पौधरोपण को लेकर खुला रखा गया है।
दो बजे तक खुलेंगे बैंक-दुकान, दिन-रात खुले रहेंगे एटीएम
झारखंड में तीसरे चरण के लॉकडाउन में वर्तमान में जो प्रतिबंध लगाए गए हैं, वह अगले एक सप्ताह तक जस के तस जारी रहेंगे। राज्य में पहले 22 अप्रैल सुबह छह बजे से 29 अप्रैल सुबह छह बजे तक के लिए लॉकडाउन लागू किया गया था। बाद में कोरोना वायरस संक्रमण से बेकाबू हो रहे हालात को संभालने के लिए लॉकडाउन के दूसरे चरण में और सख्ती बरतने के आदेश के साथ छह मई तक के लिए बढ़ाया गया था। एक बार फिर छह मई से झारखंड में लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू होगा। आज की हाई लेवल बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बन्ना गुप्ता, सीएस सुखदेव सिंह, अरुण कुमार सिंह, राजीव अरुण एक्का, अजय कुमार सिंह, विनय कुमार चौबे, पूजा सिंघल और अमिताभ कौशल मौजूद रहे।
झारखंड में लॉकडाउन 1 सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया। राज्य में कोई नई पाबंदी नहीं लगाई गई है। कोई रियायत भी नहीं दी गई है। इस बार लॉकडाउन में वन विभाग के दफ्तर खुले रहेंगे। वन विभाग बरसात से पहले पौधरोपण की तैयारियां कर सकेगा। बिहार और ओडिशा में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा के बाद आज झारखंड में 31 मई तक लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को इस पर बड़ा एलान करेंगे। इससे पहले झारखंड में 22 से 29 अप्रैल और फिर 29 अप्रैल से छह मई तक दो चरणों में लॉकडाउन लगाया गया है। आज सीएम की अध्यक्षता में राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (आंशिक लॉकडाउन) को लेकर आपदा प्रबंधन की अहम बैठक बुलाई गई है। लॉकडाउन के दौरान बिहार में लागू किए गए गाइडलाइंस के तर्ज पर झारखंड सरकार और कड़े फैसले ले सकती है।
15 मई तक के लिए बढ़ेगा लॉकडाउन
बता दें कि गुरुवार सुबह छह बजे झारखंड में लॉकडाउन का समापन हो रहा है। इससे पहले हेमंत सरकार लॉकडाउन की अवधि विस्तार या फिर झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन का मन बना रही है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक अबकी बार झारखंड में बिहार की तर्ज पर सख्त पाबंदियां लगाई जाएंगी। साथ ही 15 मई तक के लिए झारखंड में लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा।
बिहार के तर्ज पर लागू होंगी पाबंदियां
राज्य में बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत लॉकडाउन लगाया गया है। इधर, बिहार में 5 से 15 मई तक 10 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि बिहार लॉकडाउन गाइडलाइंस के हिसाब से झारखंड में भी सख्ती के साथ लॉकडाउन लागू किया जाए। उम्मीद है कि मौजूदा पाबंदियां लागू रहेंगी साथ ही कुछ और कड़े फैसले लिए जाएंगे।
11 बजे तक ही खुल सकेंगे दुकान
झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगने के बाद जरूरी सामान की दुकान खोलने का समय 2 बजे से घटाकर 11 बजे तक किया जा सकता है। इसके साथ ही झारखंड सरकार राशन कार्ड धारकों और गरीबों को मुफ्त में राशन देने का फैसला ले सकती है। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुटी हेमंत सरकार शादी-विवाह के लिए नए नियम बना सकती है।
बिहार और ओडिशा के बाद झारखंड में भी सख्ती
सरकारी सूत्रों में मुताबिक झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान परिवहन व्यवस्था पर कड़ाई की जा सकती है। पड़ोसी राज्यों बिहार और ओडिशा में संपूर्ण लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद झारखंड में भी आवाजाही पर रोक लगाई जाएगी। बिहार में बसों में क्षमता के आधे यात्री लेकर चलने के आदेश के बाद झारखंड में भी इसका असर देखने को मिलेगा। ऐसे में संभव है कि एक बार फिर दोगुने किराये की वसूली राज्य में भी शुरू हो जाए।
ई-पास व्यवस्था लागू कर सकती है सरकार
बिहार में एक जिले से दूसरे जिले में जाने तथा राज्य के बाहर जाने के लिए निजी वाहन को अनुमति लेने का नियम बनाया गया है। ऐसे में छोटे वाहनों से बिहार आने-जाने वालों पर बड़ा असर दिखेगा। लिहाजा झारखंड में भी सरकार ई-पास की व्यवस्था लागू कर सकती है। संपूर्ण लॉकडाउन के बाद झारखंड से बिहार और ओडिशा जाने वाले लोगों को खासी मुश्किल हो सकती है।
झारखंड को बरतनी होगी अतिरिक्त सतर्कता
इधर, झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण छावड़ा ने झारखंड में कोरोना से बेकाबू हो रहे हालात को देखेते हुए फिर से लॉकडाउन को एक सप्ताह बढ़ाने की उम्मीद जताई है। चैंबर ने हेमंत सरकार के एक-एक सप्ताह पर लॉकडाउन की पाबंदियां सख्त करने की सराहना की। उन्होंने कहा कि झारखंड के पड़ोसी राज्यों बिहार, ओडिशा और बंगाल में बंदिशें लगाई जा रही हैं। ऐसे में झारखंड को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।