बिरसा मुंडा की वंशज डॉ. आश्रिता टूटी को दी अंतिम विदाई
जागरण संवाददाता, रांची : भगवान बिरसा मुंडा की वंशज डॉ. आश्रिता टूटी का शुक्रवार को नम आखो
जागरण संवाददाता, रांची : भगवान बिरसा मुंडा की वंशज डॉ. आश्रिता टूटी का शुक्रवार को नम आखों से खूंटी में अंतिम संस्कार किया गया। आश्रिता टूटी की उम्र 57 वर्ष थीं। अंतिम संस्कार में सभी वर्गो के लोग हजारों की संख्या में शामिल हुए। इसमें आदिवासी छात्र संघ, भारत मुंडा समाज और आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं समाज के अगुवा सदस्य भी शामिल हुए। आश्रिता टूटी का शुक्रवार को शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। वह पिछले दिनों बाइक से धक्का लगने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गयी थीं। वह राची यूनिवर्सिटी के टीआरएल विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं। उन्हें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक लाख की सहायता राशि दी थी। आश्रिता टूटी के निधन पर राची यूनिवर्सिटी और खेल जगत से जुड़े कई लोगों ने शोक जताया है। उन्होंने कहा कि आश्रिता के निधन से खेल और शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति पहुंची है। आश्रिता आदिवासी वर्ग के लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन चुकी थी और उन्हें राह दिखाने का काम कर रही थीं।
जानकारी के अनुसार आश्रिता टूटी ने रेलवे से वीआरएस लिया था। जनवरी 2018 में रांची विश्वविद्यालय में अनुबंध पर नियुक्त हुई थीं। 2014 में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं। आदिवासी छात्र संघ राची विश्वविद्यालय के अध्यक्ष संजय महली ने कहा है कि आश्रिता टूटी भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी और कोच रह चुकी थीं। उन्होंने मांग की कि आश्रिता टूटी के परिजन को सरकार मुआवजा में 50 लाख रुपये और पांच एकड़ जमीन शहर में दे। साथ ही सरकारी नौकरी दी जाए।