लालू के लिए ना गया का तिलकुट ना भागलपुर का चूड़ा
लालू के करीबियों की मानें, तो प्रत्येक मकर संक्रांति के दिन पटना स्थित लालू के आवास पर दही-चूड़ा और तिलकुट का अंबार पहुंचता है।
रांची, [जागरण संवाददाता] । चारा घोटाला मामले में जेल में सजा भुगत रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव इस वर्ष मकर संक्रांति जेल में ही मनाएंगे लेकिन उन्हें पसंदीदा स्वाद नहीं मिलेगा। इस बार जेल में रहने की वजह से उन्हें गया का तिलकुट और भागलपुर का खास कतरनी चूड़ा नहीं मिल पाएगा।
चूंकि जेल में इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा वे हमेशा घर की दही खाते रहे हैं। घर की दही मिलने के आसार भी नहीं दिख रहे। जेल में आम दिनों में दूध की कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन मकर संक्रांति के मौके पर जेल में पाउडर दूध से 500 किलो की दही जमाया जाएगा। जेल प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है।
जेल अधीक्षक अशोक चौधरी के मुताबिक मकर संक्रांति के दिन जेल में 50 किलो के दस टब में 500 किलो की दही जमेगा। इसी तरह डेढ़ क्विंटल चूड़ा मंगवाया जाएगा। वहीं दो क्विंटल तिलकुट मंगाए जाएंगे। लेकिन यह लालू की पसंद का नहीं होगा। चूंकि लालू घर में जमाया दही, गया का तिलकुट और भागलपुर का चूड़ा खाते हैं। इन जगहों की सामग्री से ही उनकी मकर संक्रांति खास होती है। लेकिन इस बार लालू के लिए यह सामग्री बाहर से पहुंचाए जाने पर भी उन्हें मिलना संभव नहीं होगा।
लालू के घर तिलकुट का पहुंचता है अंबार :
लालू के करीबियों की मानें, तो प्रत्येक मकर संक्रांति के दिन पटना स्थित लालू के आवास पर दही-चूड़ा और तिलकुट का अंबार पहुंचता है। उनके घर पर हाजीपुर की दही, गया का तिलकुट और भागलपुर का चूड़ा लेकर सैकड़ों लोग पहुंचते हैं। कई समर्थक ऐसे भी हैं, जो घर से विशेष तौर पर दही जमाकर लालू के लिए पहुंचाते हैं। इस बार भी जेल में लालू समर्थक उनके लिए दही-चूड़ा और तिलकुट लेकर पहुंच सकते हैं।