कोर्ट में जज से बोले लालू, यह विभाग तो हम यादव लोगों का ही है सर
कोर्ट में लालू ने जज से कहा कि यह विभाग तो हम यादव लोगों का ही है सर। रिहा होकर जाते तो आप को भी बुलाकर चूड़ा खिलाते।
रांची, जागरण संवाददाता। चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव और आरके राणा डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में आज सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुए। इस दौरान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू और सीबीआइ कोर्ट के विशेष जज शिवपाल सिंह से संवाद हुआ है। जज के बीच काफी बातचीत हुई। लालू ने जज के समक्ष कई बातें रखीं।
उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति आ गया है फ्री होते तो हम लोग संक्रांति के दिन चूड़ा-दही खाते सर, जज ने कहा कि हम यहीं व्यवस्था करा देंगे। कितना दही चाहिए। तो लालू ने कहा कि यह विभाग तो हम यादव लोगों का ही है सर। रिहा होकर जाते तो आप को भी बुलाकर चूड़ा खिलाते।
आप हम लोग को रिहा करेंगे न सर तो दो-तीन दिन इधर जंगल में ही रह जाएंगे। लालू जज के समक्ष बार-बार आग्रह कर रहे थे कि जेल में मिलने वालों की संख्या 3 की गई है, उसे बढ़ा दिया जाए। साथ ही, कहा कि कोर्ट में आने में बहुत धक्का-मुक्की होता है सर, इसे ठीक से देख लीजिए। जज ने कहा कि आप की सुरक्षा के लिए सभी लोग तैयार हैं। बोलिए कहां खाली कराना है।
आप के कार्यकर्ता ही तो भीड़ लगाए रहते हैं। लालू ने फिर कहा कि मिलने वाला कर दीजिए सर, ओपन जेल के संबंध में लालू ने कहा कि हम लोग के साथ जेल में हार्डकोर जैसा व्यवहार होता है। लालू ने यह भी कहा कि सजा के दिन हमने एक भी शब्द नहीं बोला।
लालू प्रसाद ने यह भी कहा कि हम लोग को आप ही के कस्टडी में है, कुछ होगा तो आप ही न जिम्मेदार होईयेगा। उन्होंने कहा कि हम लोग को एक ही दिक्कत है महोदय, कि अधीक्षक एक ही दिन में तीन लोग को मिलने की अनुमति दी है। हुजूर आपके पास तो बहुत पावर है, जिसको चाहे इधर घुमा दीजिए। जजमेंट में तो यही ना हुआ है। जज ने कहा कि यह पावर विधायिका की है, वही कानून बनाता है। और भी क ई बिंदु पर बातचीत हुई।
इधर, दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में पीएसी के पूर्व अध्यक्ष जगदीश शर्मा और पूर्व सांसद डा. आरके राणा सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में पेश किए गए। लालू प्रसाद भी शिवपाल सिंह के कोर्ट में पेश किए गए। कोर्ट रूम में अधिवक्ताओं की भीड़ रही। कोर्ट में जयप्रकाश यादव से लालू की गुफ्तगू हुई। साथ में लालू के बहुत करीबी कहे जाने वाले भोला यादव भी थे। झारखंड के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान भी थे। लालू के लिए उनके सहयोगियों ने कोर्ट में चाय भी लाई है। लालू दोनों हाथों से थर्मोकोल के कप से चाय की चुसकी लेते रहे।
देखें तस्वीरें, चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव की पेशी
अदालत ने आरोपी और उनके अधिवक्ता को छोड़कर अन्य सभी लोगों को बाहर जाने का निर्देश दिया। कोर्ट रूम के दोनों ओर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। अधिवक्ता को छोड़कर किसी अन्य लोगों भीतर नहीं जाने दिया गया। इधर, लालू प्रसाद की पेशी को देखते हुए सिविल कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा रही। सिविल कोर्ट परिसर में जैप के जवान तैनात रहे।
सीबीआइ कोर्ट परिसर में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव।
चाईबासा मामले में फैसला 24 को
लालू प्रसाद से जुड़े चारा घोटाले की सुनवाई सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हुई। मामले में सीबीआई की ओर से बहस पूरी हो गई। अदालत ने फैसले के लिए 24 जनवरी की तिथि निर्धारित की है। चाईबासा कोषागार से 37.63 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से संबंधित मामले को लेकर चारा घोटाला कांड संख्या 68ए/96 के तहत प्राथमिकी दर्ज है। मामले में 55 से अधिक आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं। चारा घोटालाः चाइबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में लालू प्रसाद की पेशी वीडियो कांफ्रेसिंग से हुई। इस मामले लालू प्रसाद के खिलाफ 24जनवरी को फैसला सुनाया जाना है।
कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा रही।
जय प्रकाश यादव भी सीबीआई कोर्ट पहुंचे
पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश यादव भी सीबीआई कोर्ट परिसर में पहुंचे। हालांकि उन्होंने कोर्ट परिसर में मीडिया से कुछ भी बात करने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि वे पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता करेंगे। जयप्रकाश यादव के साथ झारखंड के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान भी पहुंचे हैं।
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