लालू यादव को कोरोना संक्रमण का खतरा, जेल IG का अलर्ट; रिम्स के पेइंग वार्ड से हटाए जाएंगे
Lalu Prasad Yadav कोरोना वायरस से बचाने के लिए काराधीक्षक के अनुरोध पर जेल आइजी ने गृह विभाग से दिशा-निर्देश मांगा है। पैरोल पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lalu Prasad Yadav scared Coronavirus रांची के रिम्स में इलाजरत चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। कारा महानिरीक्षक शशि रंजन ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी के आवेदन के आधार पर गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश मांगा है। उधर कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए ही राज्य सरकार लालू को पैरोल पर छोडऩे के लिए विधि विशेषज्ञों से राय ले रही है।
पत्र में लिखा गया है कि 74 वर्षीय लालू प्रसाद उर्फ लालू प्रसाद यादव उच्च श्रेणी सजावार बंदी हैं। वर्तमान में रिम्स में इलाजरत हैं। उनका रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाज किया जा रहा है। उसी पेइंग वार्ड भवन में ही कोरोना का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इससे कोरोना के संक्रमण के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है। रिम्स प्रबंधन के माध्यम से भी उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित करने पर विचार किया जा रहा है।
लालू प्रसाद वर्तमान में चारा घोटाले के तीन मामलों में सजायाफ्ता हैं। वहीं उनके खिलाफ इसी से जुड़े और पांच मामले में विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं। मेडिकल बोर्ड के परामर्श पर लालू प्रसाद का इलाज के लिए एम्स, नई दिल्ली से वरीय नेफ्रोलॉजिस्ट बुलाने के लिए भी पत्राचार किया गया है।
रिम्स में इलाजरत चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद उर्फ लालू प्रसाद यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड से अन्यत्र शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है। कारा महानिरीक्षक शशि रंजन ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी के आवेदन के आधार पर गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश मांगा है।
पत्र में लिखा गया है कि 74 वर्षीय लालू प्रसाद उर्फ लालू प्रसाद यादव उच्च श्रेणी सजावार बंदी हैं। वर्तमान में रिम्स में इलाजरत हैं। उनका रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाज किया जा रहा है। उसी पेइंग वार्ड भवन में ही कोरोना सेंटर अवस्थित है। इसके चलते कोरोना के संक्रमण से इंकार नहीं किया जा सकता है। रिम्स प्रबंधन के माध्यम से भी उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित करने पर विचार किया जा रहा है। लालू प्रसाद वर्तमान में तीन कांडों में सजायाफ्ता हैं और पांच कांडों में विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं। मेडिकल बोर्ड के परामर्श पर लालू प्रसाद का इलाज के लिए एम्स नई दिल्ली से वरीय नेफ्रोलोजिस्ट बुलाने के लिए भी पत्राचार किया गया है।
आइजी ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव से अनुरोध किया है कि सजायाफ्ता-विचाराधीन बंदी लालू प्रसाद को संभावित कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कहीं और सुरक्षित व समुचित चिकित्सीय सुविधायुक्त स्थल पर स्थानांतरित किए जाने पर दिशा-निर्देश दें। अब गृह विभाग के आदेश के बाद ही लालू प्रसाद को अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा। उनके पैरोल पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है।
एम्स नई दिल्ली से वरीय नेफ्रोलोजिस्ट का अनुरोध
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का इलाज कराने के लिए एम्स दिल्ली के वरीय नेफ्रोलोजिस्ट का अनुरोध किया गया है। कारा महानिरीक्षक के आवेदन पर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डा. नितिन कुलकर्णी ने एम्स दिल्ली के निदेशक को पत्र लिखकर वहां के वरीय नेफ्रोलोजिस्ट की मांग की है। डा. कुलकर्णी ने अपने पत्र में लिखा है कि उच्च श्रेणी सजावार बंदी लालू प्रसाद उर्फ लालू प्रसाद यादव को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती किया गया है।
चिकित्सा अधीक्षक रिम्स सह राज्य स्तरीय पर्षद के अध्यक्ष की अनुशंसा के आलोक में कारा महानिरीक्षक ने एम्स नई दिल्ली के वरीय नेफ्रोलोजिस्ट को बुलाने का अनुरोध किया है। डा. कुलकर्णी ने एम्स नई दिल्ली के निदेशक से इसपर आगे की कार्रवाई का अनुरोध किया है।