देश के शीर्ष पांच ताप विद्युत केंद्रों में शुमार हुआ कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन
Jharkhand News केटीपीएस नवंबर में देशभर के ताप विद्युत केंद्रों में पहले स्थान पर रहा था। आधुनिक मशीनरी के इस्तेमाल और कर्मचारियों की मेहनत से बेहतर प्रदर्शन हो रहा है। यह झारखंड राज्य को 666 केवी विद्युत की आपूर्ति करता है।
कोडरमा, [रविंद्र नाथ]। दामोदर घाटी निगम की अधिकतर परियोजनाओं का प्रदर्शन औसत ही रहा है। लेकिन कोडरमा ताप विद्युत केंद्र (केटीपीएस) उसकी पहली ऐसी परियोजना है, जिसने लगातार बेहतर प्रदर्शन करने के साथ ही ऊर्जा मंत्रालय से इन्सेंटिव भी हासिल किया है। यही नहीं, देश भर के ऊर्जा संबंधी सार्वजनिक क्षेत्र की ताप विद्युत परियोजनाओं में बीते नवंबर माह में पहले स्थान पर रहा था। पिछले एक साल में लगातार टॉप टेन में इसका स्थान रहा है। बांझेडीह में शुरू होने के साथ ही कोडरमा ताप विद्युत केंद्र लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
यह झारखंड राज्य को 666 केवी विद्युत की आपूर्ति करता है, बाकी बिजली ग्रिड को दे देता है। आधुनिक मशीनरी का इस्तेमाल और कर्मचारियों की मेहनत के कारण यह उत्पादन क्षमता की तुलना में अच्छा रहा है। यहां कोयले और पानी की उपलब्धता हमेशा बनी रहती है। मशीन फेल्योर की समस्या नहीं आ रही है। बता दें कि कोयले और पानी की उपलब्धता लगातार नहीं रहने से देश के कई ताप विद्युत केंद्रों को कुछ दिनों के लिए शटडाउन करना पड़ता है।
'निर्माण के साथ ही केटीपीएस का प्रदर्शन अच्छा रहा है। पिछले साल नवंबर में देश भर में प्लांट लोड फैक्टर में देशभर के ताप केंद्रों में यह पहले स्थान पर रहा है। उसके बाद से फरवरी तक इसका स्थान शीर्ष पांच में रहा है। यह यहां के कर्मचारियों की मेहनत और आधुनिक मशीन के साथ बेहतर प्रबंधन की वजह से संभव हो पाया है।' -उदय कुमार, चीफ इंजीनियर, केटीपीएस।
केटीपीएस का प्रदर्शन और देश भर में रैंकिंग
माह उत्पादन (फीसद में) रैंकिंग
अगस्त 20 93.05 तीसरा
सितंबर 20 94.16 पांचवां
नवंबर 20 98.36 पहला
दिसंबर 20 89.81 तीसरा
जनवरी 21 90.63 चौथा
फरवरी 21 97.50 दूसरा
फरवरी में देशभर के टाॅप टेन ताप विद्युत केंद्रों की रैंकिंग
रैंकिंग उपक्रम क्षमता उत्पादन (फीसद में)
1. कोरबा एसटीपीएस, एनटीपीसी 2600 98.86
2. कोडरमा टीपीएस, डीवीसी 1000 97.50
3. बोकारो ए टीपीएस, डीवीसी 500 94.51
4. नबीनगर, बीआरबीसीएल 750 93.17
5. नेवेली टीपीएस, एनएलसी 420 92.45
6. सिंगरौली एसटीपीएस, एनटीपीसी 2000 92.41
7. गदरवाड़ा टीपीपी, एनटीपीसी 1600 91.84
8. बारसिंगसर लिग्नाइट, एनएलसी 250 89.07
9. भिलाई टीपीएस, एनएसपीसीएल 500 88.32
10. दुगार्पुर टीपीएस, डीवीसी 1000 88.23
क्षमता के 85 फीसद तक पदर्शन पर मिलता है इन्सेंटिव
देश भर के सार्वजनिक क्षेत्र के ऊर्जा उपक्रमों को बेहतर प्रदर्शन के लिए ऊर्जा मंत्रालय की ओर से प्रोत्साहन राशि दिया जाता है। जिन उपक्रमों में क्षमता की तुलना में 85 फीसद से अधिक उत्पादन पूरे साल होता है, उन्हें पचास पैसे प्रति यूनिट इन्सेंटिव दिया जाता है।